बदायूं में आयोजित होने वाली समाजवादी की विकास रैली में कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। समाजवादी पार्टी बदायूं से चुनावी समर का अपरोक्ष रूप से उद्घोष करने वाली है, जिससे समाजवादी पार्टी किसी तरह की कोई कसर बाकी नहीं रहने देना चाहती है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अनुज सांसद धर्मेन्द्र यादव स्वयं एक आम कार्यकर्ता की तरह जुट कर रैली की तैयारी करा रहे हैं, इससे उनका भी जमीनी स्तर पर कद और बढ़ेगा। भव्यता और सुंदरता में बर्बादी को भी ढकने का प्रयास किया जा रहा है। रैली को ऐतिहासिक बनाने की धुन में ऐतिहासिक तालाब का मुददा पूरी तरह दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 23 मई को दातागंज तिराहे के निकट रैली स्थल पर 71 परियोजनाओें का लोकार्पण तथा चार योजनाओें का शिलान्यास करेंगे। 310 मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप, 500 पंजीकृत श्रमिकों को साइकिलें, 500 समाजवादी पेंशन योजना के नए लाभार्थियों को भी पेंशन देंगे, साथ ही कौशल विकास मिशन के तहत लाभान्वित युवकों को प्रमाण पत्र प्रदान करेंगे।
रविवार को भी सांसद धर्मेन्द्र यादव तमाम जनप्रतिनिधियों के साथ रैली स्थल पर पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया। बरेली मण्डल के आयुक्त प्रमांशु, बरेली जोन के आईजी विजय कुमार सिंह मीना, डीआईजी आशुतोष कुमार ने कार्यक्रम स्थल पर ही ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखते हुए अपने-अपने दायित्वों का भली-भांति निर्वाहन करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम स्थल पर वीआईपी, महिलाओं तथा मीडिया के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। पेयजल व्यवस्था हेतु 70 पानी के टैंकर लगाए जाने के अलावा 50 अस्थाई शौचालय और दो मोबाइल शौचालय की भी व्यवस्था कराई गई है। सुरक्षा व्यवस्था हेतु 24 एएसपी, 30 सीओ, 50 एसओ, 66 सब-इंस्पेक्टर, 110 कांस्टेबिल और महिला कांस्टेबिल लगाए जाने के साथ ही यातायात व्यवस्था सुदृढ़ रखने हेतु अलग से अधिकारी लगाये गए हैं।