समाजवादी पार्टी के अंदर और चुनाव आयोग के समक्ष अखिलेश यादव भले ही जीत गये हों, लेकिन जंग अभी भी थमी नहीं है। मुलायम गुट न्यायालय जाने की तैयारी कर रहा है, वहीं अखिलेश गुट ने न्यायालय में कैवेट दाखिल कर दी है, ताकि न्यायालय एकपक्षीय आदेश पारित न कर दे।
समाजवादी पार्टी में शुरू हुए संग्राम के बीच अधिवेशन हुआ, जिसमें अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया, तब कहा जाने लगा कि अब संग्राम थम जायेगा, लेकिन मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग की शरण में चले गये। सोमवार को आयोग ने अखिलेश यादव के अधिवेशन को सही मानते हुए उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष के रूप में मान्यता दे दी, इसके बाद भी कहा जाने लगा कि अब सपा का संग्राम थम जायेगा, लेकिन ऐसा है नहीं।
सूत्रों का कहना है मुलायम गुट न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि जरूरी कागजात जुटाये जा रहे हैं, वहीं सूत्र का कहना है कि सहज नजर आ रहा अखिलेश गुट बेहद सतर्क है और उच्चतम न्यायालय में कैवेट दाखिल कर दी गई है, ताकि न्यायालय एकपक्षीय आदेश पारित न कर दे।
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