बदायूं लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के लोकप्रिय सांसद धर्मेन्द्र यादव ने आज लोकसभा में रेल मंत्री को घेर लिया। उन्होंने आक्रामक अंदाज में रेलवे को खोखला करने और उत्तर प्रदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने रेलवे में यात्रा करने वाले आम आदमी की समस्याओं को गंभीरता से उठाया। सांसद ने बदायूं की ओर जाने वाली लाइन पर गाड़ियाँ बढ़ाने की भी मांग की।
लोकसभा में बोलते हुए सांसद धर्मेन्द्र यादव ने प्रस्ताव को विरोधाभासी करार देते हुए कहा कि वित्त मंत्रालय डिविडेंट मांग रहा है, जबकि रेलवे के सामने तमाम समस्यायें हैं, लेकिन सरकार न जवाब देने को तैयार है और न ही समाधान करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि आज भी ट्रेनों की सामान्य बोगी में कोई घुस नहीं सकता। सामान्य श्रेणी की बोगियां नहीं बढ़ाई गई हैं और न ही महिलाओं और बच्चों के लिए सुविधा दी गई है।
उन्होंने कहा कि नई योजनाओं की घोषणा नहीं की गई है और पुरानी योजनायें भी अभी तक पूरी नहीं की गई हैं। उत्तर प्रदेश की तमाम परियोजनायें अधूरी हैं। 1996 में शुरू हुई इटावा-मैनपुरी परियोजना अभी तक पूरी नहीं हुई है। इटावा से आगरा जाने वाली लाइन अभी तक शुरू भी नहीं हुई है। इटावा से भिंड-ग्वालियर जाने वाली लाइन पर भी काम शुरू नहीं हुआ है। बदायूं में ब्रॉडगेज शुरू हो गई, लेकिन वहां अभी सिर्फ दो ट्रेन ही हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे की लाइनें बढ़ रही हैं, आप मानव रहित फाटक बंद कर रहे हैं, लेकिन आप अंडरब्रिज नहीं दोगे। उन्होंने छोटे-छोटे अंडरब्रिज देने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आरओबी तो आप दे ही नहीं पा रहे हो। उन्होंने कहा कि बदायूं के लिए एक आरओबी मांगा, तो न एनओसी दी और न पैसा दिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरा आरओबी बनाया है, रेलवे ने अपना हिस्सा तक नहीं दिया।
सांसद धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि आप आधुनिकीकरण कीजिये, हाई-स्पीड ट्रेन चलाइए, बुलेट ट्रेन भी चलाइए, लेकिन आम जनता को मूलभूत सुविधायें भी दीजिये और जब तक यह सब न कर पायें, तब तक रेलवे को खोखला मत बनाइए। उन्होंने उत्तर प्रदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने आपके 73 सांसद चुने हैं, यह जनता का सामना नहीं कर पायेंगे। बोले- उत्तर प्रदेश को एक भी योजना नहीं दी है और न ही पुरानी पूरी की है।
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