सपा मुखिया द्वारा अखिलेश यादव के विरुद्ध कार्रवाई करते ही प्रदेश भर में भूचाल आ गया। सपा मुखिया को तो सपा कार्यकर्ता निशाना नहीं बना रहे हैं, लेकिन अखिलेश के समर्थन में उतरे कार्यकर्ता प्रदेश भर में शिवपाल सिंह यादव के विरुद्ध नारेबाजी कर पुतला तक फूंक रहे हैं, वहीं अखिलेश ने स्पष्ट कर दिया है कि वे पद नहीं छोड़ेंगे और शनिवार को बैठक बुला कर विधायकों का समर्थन हासिल करेंगे।
लखनऊ से लेकर प्रदेश के हर कोने में अखिलेश जिंदाबाद और शिवपाल मुर्दाबाद के नारे गूँज रहे हैं। अखिलेश के समर्थन में युवा वर्ग रात में ही सड़क पर उतर आया और शिवपाल सिंह यादव के पुतले फूंकने लगा। अखिलेश के समर्थन में त्याग पत्रों की भी झड़ी लग गई है।
समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाने वाला बदायूं भी शिवपाल सिंह यादव के विरोध में नजर आ रहा है। युवाओं ने अखिलेश के समर्थन में यहाँ शिवपाल यादव का पुतला भी दहन किया।
उधर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि वे पद नहीं छोड़ेंगे और शनिवार को बैठक बुला कर विधायकों से समर्थन हासिल करेंगे, इसके अलावा उन्होंने चार प्रत्याशी भी घोषित कर दिए, अब कासगंज से हसरत उल्ला, पटियाली से किरन यादव, एटा से जोगेंद्र सिंह यादव और करहल से अंशुल यादव होंगे प्रत्याशी।
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