बदायूं जिले की राजनीति में युवा चेहरे के रूप में ब्रजेश यादव का नाम लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच गया है। ब्रजेश यादव के युवा ही नहीं, बल्कि प्रौढ़, महिला पुरुष सहित हर वर्ग और हर धर्म के लोग प्रशंसक बनते जा रहे हैं। सहसवान विधान सभा क्षेत्र में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव में आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को बिना किसी विवाद के विजयी कराने में ब्रजेश यादव का बड़ा योगदान रहा है, जिससे माना जाने लगा है कि आने वाले समय में ब्रजेश यादव जिले की राजनीति के केंद्र होंगे।
युवा नेता ब्रजेश यादव विवादों से हमेशा दूर रहने वाले और शांत भाव से राजनीति करने वाले ओमकार सिंह यादव के पुत्र हैं। ओमकार सिंह यादव बदायूं जिले के विधान सभा क्षेत्र सहसवान से पांचवीं बार विधायक हैं और अपनी योग्यता एवं कद के कारण प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। सरकार में राज्यमंत्री बनने के बाद भी ओमकार सिंह यादव की सादगी बरकरार है और आज भी आम आदमी के बीच आम आदमी की तरह ही कार्य करते नजर आते हैं, उनकी राजनीति की बिरासत उनके पुत्र ब्रजेश यादव बड़ी गंभीरता के साथ अपने कंधों पर लेते नजर आ रहे हैं। बदायूं जिले की राजनीति में और भी कई बड़े नाम हैं, लेकिन उनकी बिरासत संभालने वाला जीन उनके वंशजों में नजर नहीं आ रहा।
ब्रजेश यादव पिता के बड़े कद के साये में पले-बढ़े हैं। कददावर नेता सपा जिलाध्यक्ष व दर्जा राज्यमंत्री बनवारी सिंह यादव के दामाद हैं, साथ ही स्वयं दूसरी बार डीसीबी के अध्यक्ष हैं, इसके बावजूद उनके व्यक्तित्व में अहंकार की किरण तक दिखाई नहीं देती। रात-दिन जनता के बीच काम करते हैं, इसीलिए उनसे आम आदमी निःसंकोच बात करता नजर आता है।
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में अन्य विधान सभा क्षेत्रों में विपक्षी प्रत्याशियों ने सत्ता पक्ष के नेताओं पर तमाम तरह के आरोप लगाये, लेकिन सहसवान विधान सभा क्षेत्र में सिर्फ ब्लॉक इस्लामनगर में चुनाव हुआ है, जहाँ पार्टी के प्रत्याशी दिनेश यादव के पक्ष में ब्रजेश यादव ने रात-दिन मेहनत कर आम कार्यकर्ता की तरह वोट मांगे, जबकि वे भी अन्य नेताओं की तरह सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर सकते थे, लेकिन एक भी क्षेत्र पंचायत सदस्य की यह शिकायत नहीं है कि उसे धमकाया गया है, अथवा प्रलोभन देने का प्रयास किया गया है। ब्रजेश यादव ने आदर्श आचार संहिता के दायरे में रह कर अपने प्रत्याशी की मदद की और 13 मतों के बड़े अंतर से विजय हासिल की, जिससे ब्रजेश यादव का जिले की राजनीति में कद और बड़ा हो गया है। सैद्धांतिक राजनीति को आगे बढ़ाने के कारण हर वर्ग के युवा उनके दीवाने नजर आने लगे हैं। लोग मानने लगे हैं कि ब्रजेश यादव इसी राह पर चलते रहे, तो आने वाले समय में वे जिले की राजनीति का केंद्र होंगे।
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