- कथित धर्म गुरु के अनुयायी बना रहे फैसले का दबाव
- दबाव न मानने पर हो सकता है पीड़ित परिवार पर हमला
- शाहजहांपुर पुलिस को मुहैया करानी चाहिए कड़ी सुरक्षा
कथित धर्म गुरु आसाराम के कुकर्मों की शिकार नाबालिग छात्रा और उसका परिवार शाहजहांपुर में नहीं है। भयभीत परिवार अज्ञात स्थान पर चला गया है। दुराचारी आसाराम का विशाल नेटवर्क है और वह नाबालिग छात्रा और उसके परिवार पर कहीं भी हमला करा सकता है, ऐसे में पुलिस की पहली जिम्मेदारी बनती है कि पीड़ित छात्रा और उसके परिवार को कड़ी सुरक्षा मुहैया कराये।
उल्लेखनीय है कि कथित धार्मिक गुरु आसाराम बापू के कुकृत्य की शिकार लड़की शाहजहांपुर की निवासी है। पीड़ित राजस्थान के छिंदवाड़ा स्थित आसाराम के गुरुकुल में 12वीं क्लास में पांच साल से पढ़ रही थी। इस छात्रा ने बुधवार को यह आरोप लगाया था कि आसाराम बापू के लोग उसे अनुष्ठान के बहाने दूसरे आश्रम में ले गए और वहां उसका आसाराम ने यौन शोषण किया, साथ ही बंधक बना कर जान से मारने की धमकी भी दी। घटना स्थल जोधपुर का होने के कारण दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना के लिए मामला जोधपुर पुलिस को ही भेज दिया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस ही पीड़ित को दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने को ले गई थी, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हो गई है।
कथित धर्म गुरु आसाराम के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होते ही यह खबर आग की तरह देश भर में फैल गई। पीड़ित लड़की और उसका परिवार कार्रवाई करा कर शाहजहांपुर लौटा उससे पहले यहाँ भी खबर आ चुकी थी, जिससे तमाम लोग उनके घर के आसपास मंडराने लगे। सूत्रों का कहना है कि आसाराम के कथित अनुयायी पीड़ित छात्रा के परिजनों पर फैसले का भी दबाव बना रहे हैं और दबाव न मानने पर हमला भी कर सकते हैं, जिससे भयभीत परिवार फिलहाल शाहजहांपुर छोड़ गया है। आसाराम का विशाल नेटवर्क है, वह कहीं भी हमला करा सकता है, इसलिए पीड़ित परिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस को तत्काल कड़ी सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए।
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