बदायूं जिले में समाजवादी पार्टी की गुटबंदी के चलते डॉ. यासीन अली उस्मानी को चार वर्ष तक तमाम प्रयास करने के बावजूद लाभ का कोई पद नहीं मिल सका, लेकिन पहले गुट के कमजोर होते ही बिना प्रयासों के यासीन अली उस्मानी को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया गया। यासीन अली उस्मानी का व्यक्तित्व देखने में प्रभावशाली नजर आता है, पर जनाधार के मामले में वे शून्य हैं। पहले गुट को मात देने के लिए दूसरे गुट के नेता यासीन अली उस्मानी की जय-जयकार करते नजर आ रहे हैं और मंगलवार को जिले में पहली बार आने पर भव्य स्वागत करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने यासीन अली उस्मानी को श्रम विभाग के श्रम संविदा सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष बना कर राज्यमंत्री का दर्जा दिया है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंगलवार को वे पहली बार जिले में आ रहे हैं। कार्यक्रम के अनुसार 11.30 बजे बरेली से प्रस्थान कर 1.30 बजे गाँव रसूलपुर पहुंचेंगे, जहां से उनके स्वागत की शुरुआत होगी और विजय नगला एवं विनाबर में स्वागत कार्यक्रम में भाग लेते हुए अपरान्ह दो बजे नवादा चौराहे पर पहुंचेंगे, इसके बाद शहबाजपुर मोड़, नई सराय के गेट, हर प्रसाद सिंह की कोठी, कचहरी चौराहा, जालन्धरी सराय चौक और लालपुल होते हुए बड़े सरकार की दरगाह पर हाजिरी देंगे और चादर पोशी भी करेंगे। चौधरी सराय, मथुरिया चौक, कबूलपुरा होते हुए छोटे सरकार की दरगाह पर चादरपोशी करेंगे। तत्पश्चात सदर कोतवाली होते हुए मोहल्ला कांमग्रान, जामा मस्जिद चौक होते हुए अलहमद मैरिज लाॅन में आयोजित स्वागत समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से भेंट करेंगे, इसके बाद कादरी दरगाह पर भी हाजिरी देंगे और वहां भी चादरपोशी करेंगे।
यासीन अली उस्मानी को दर्जा राज्यमंत्री मिलने से स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं में कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा, ऐसे में वे समाजवादी पार्टी को चुनाव में कोई लाभ पहुंचा पायेंगे, इस पर भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। पार्टी की अंदरूनी राजनीति में पहले गुट पर दबाव बनाने में वे जरुर कामयाब हो सकते हैं। मंगलवार को स्थानीय जनता ने उनके स्वागत समारोह में रूचि दिखाई, तो उनका जमीनी स्तर पर भी कद बढ़ सकता है, जिसका लाभ समाजवादी पार्टी को भी मिलेगा, तभी दूसरे गुट के नेता स्वागत समारोह को भव्य बनाने में जुटे नजर आ रहे हैं।
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