बदायूं में भू-माफियाओं द्वारा कब्जाये जा रहे ऐतिहासिक तालाब को अब सिर्फ ईश्वर ही बचा सकते हैं। भू-माफियाओं के दबाव में प्रशासन ने पत्रकार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आसपास तक नहीं जाने दिए। पत्रकार तालाब प्रकरण को मुख्यमंत्री के समक्ष जोर-शोर से उठाने वाले थे, जिससे भू-माफियाओं के साथ प्रशासनिक अफसर भी डरे-सहमे थे।
उल्लेखनीय है कि बदायूं में दातागंज तिराहे के पास कई एकड़ क्षेत्र में फैला विशाल प्राचीन तालाब था, इस तालाब को बेखौफ भू-माफियाओं द्वारा खुलेआम कब्जाया जा रहा है। मोहल्ला नई सराय के लोगों ने प्रशासनिक अफसरों से शिकायत की, लेकिन दबाव के चलते माफियाओं के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई, इसके बाद परेशान लोगों ने प्रशासन और माफियाओं के विरुद्ध आंदोलन चलाया, तो परेशान नागरिकों के विरुद्ध ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया और पुलिस से पूरे इलाके में दहशत कायम करा दी गई, जिससे प्रशासन और दबंग भू-माफियाओं के विरुद्ध अब कोई बोलने तक को तैयार नहीं है।
परेशान जनता को उम्मीद थी कि 23 मई को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भू-माफियाओं और दोषी अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश देते हुए तालाब कब्जा मुक्त करा सकते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री को तालाब प्रकरण के संबंध में कुछ नहीं बताया गया। पत्रकार तालाब प्रकरण को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने का मन बनाये बैठे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने पत्रकारों को मुख्यमंत्री के आसपास तक नहीं फटकने दिया। मुख्यमंत्री मंच से ही अभिवादन कर चले गये, जिससे अब तालाब बचने की उम्मीद धूमिल हो गई है। लोगों का मानना है कि तालाब को अब सिर्फ ईश्वर ही बचा सकते हैं।
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अब सिर्फ चमत्कार, या मुख्यमंत्री ही बचा सकते हैं तालाब
खसरे में भी दर्ज है माफियाओं द्वारा कब्जाया जा रहा तालाब
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माफियाओं से तालाब को बचा लीजिये मुख्यमंत्री जी