समाजवादी पार्टी में घमासान कराने वाले बाहरी के विरुद्ध तो अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन अंदर वाले के विरुद्ध कार्रवाई कर दी गई है। मुलायम के अनुज व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के सगे भांजे अरविंद प्रताप सिंह यादव को नव-नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
मैनपुरी से एमएलसी अरविंद प्रताप सिंह यादव पर सपा सुप्रीमो के विरोध में असम्मानजनक और अमर्यादित टिप्पणियां करने, पार्टी विरोधी कार्यों में लिप्त रहने, अनुशासनहीन आचरण करने के साथ जमीनों पर कब्जे करने के आरोप हैं, उनके साथ इटावा जिले के ब्लॉक सैफई क्षेत्र के गांव नगला के प्रधान चंदगी राम को भी पार्टी विरोधी कार्यों और अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया है।
अरविंद प्रताप सिंह यादव के विरुद्ध की गई कार्रवाई पर प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे सांसद अक्षय प्रताप सिंह ने आपत्ति भी दर्ज कराई है, उन्होंने प्रकरण सपा सुप्रीमो के समक्ष रखने की बात कही है। बता दें कि प्रो. रामगोपाल यादव सपा सुप्रीमो के चचेरे भाई हैं, वे शिवपाल सिंह यादव और अमर सिंह के विरोधी माने जाते हैं। हाल-फिलहाल हुए घटनाक्रम में भी प्रो. रामगोपाल यादव ने शिवपाल सिंह यादव का विरोध किया था। यहाँ यह भी बता दें कि शिवपाल प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी को पहले ही हटा चुके हैं, जो अखिलेश यादव के निकटस्थ माने जाते हैं।
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