उत्तर प्रदेश से पत्रकारों की हत्या और मारपीट करने का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि देश भर के माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के बेखौफ माफियाओं ने एक पत्रकार को जिंदा जला दिया, वहीं पत्रकार जगेन्द्र को जिंदा जला देने का आरोप झेल रही शाहजहाँपुर पुलिस ने आज एक पत्रकार की पिटाई कर दी।
पत्रकार को जिंदा जला देने की ताज़ा घटना मध्यप्रदेश के बालाघाट ज़िले की है, जहाँ कटंगी निवासी संदीप कोठारी (28) का 19 जून की रात में बाइक से जाते समय अपहरण कर लिया गया था, उनके साथ एक व्यक्ति और था, जिसे अपहृता मारपीट कर छोड़ गये। परिजनों ने 20 जून को संदीप के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि संदीप से माफिया रंजिश मानते थे।
पत्रकार से जुड़ी घटना होने के चलते पुलिस ने बड़ी तेजी से कार्य किया और बालाघाट निवासी विशाल तांडी व सीमा से सटे महाराष्ट्र के नागपुर निवासी बृजेश डहरवाल को तत्काल हिरासत में ले लिया और कड़ी पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार हिरासत के दौरान दोनों ने कथित तौर पर हत्या कर संदीप को जला देने की बात स्वीकार की है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने महाराष्ट्र के वरधा जिले से शव भी बरामद कर लिया है। घटना की देश भर में कड़ी निंदा की जा रही है।
उधर पत्रकार जगेन्द्र को जिंदा जला देने का आरोप झेल रही उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर पुलिस ने आज फिर एक पत्रकार को निशाना बना लिया। टीवी पत्रकार शंकर लाल गंगवार का कहना है कि वे कवरेज कर लौट रहे थे, तभी चेकिंग कर रहे तिलहर कोतवाली प्रभारी अनुज तिवारी उनसे यह कह कर उलझने लगे कि तुम लोग पुलिस के खिलाफ ही खबरें दिखाते रहते हो और इसी बात पर मारपीट शुरू कर दी। सूत्रों का यह भी कहना है कि टीवी पत्रकार शंकर लाल गंगवार की सामाजिक छवि बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन घटना को लेकर पत्रकारों का आक्रोश और बढ़ गया है।
संबंधित खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक
खुलासा: पहले दी गई तहरीर में अभियुक्त नहीं थे जगेन्द्र
राज्यमंत्री व कोतवाल पर पत्रकार की हत्या का मुकदमा दर्ज
अब हरदोई के शहंशाह नरेश अग्रवाल का शिकार बना पत्रकार