किरन कांत
उत्तराखंड में हरिद्वार स्थित पतंजलि फूड पार्क में कल हुए खूनी संघर्ष के प्रकरण में एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है, जिससे रामदेव भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। पुलिस रामदेव से भी पूछताछ कर सकती है। उधर आज पुलिस ने रामदेव के सात निजी सुरक्षा गार्डों को गिरफ्तार किया है एवं पुलिस जल्द ही उनके यहाँ रहने वालों का सत्यापन भी करायेगी, वहीं रामभरत को राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के समय रामदेव भी अंदर मौजूद थे, लेकिन वे घटना स्थल पर नहीं थे। माना जा रहा है कि उनके भाई व गार्डों ने हमला करने से पूर्व उनके साथ बैठ कर घटना को अंजाम देने के लिए चर्चा की होगी और यह बात सिद्ध हो गई, तो रामदेव भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। फिलहाल यह तय है कि पुलिस रामदेव से पूछताछ करेगी।
उधर रामदेव के भाई रामभरत को अदालत से भी राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार एक्सपर्ट की मदद से पुलिस ने डिलीट सीसीटीवी फुटेज बरामद कर लिए हैं, जिसमें रामभरत गार्डों के साथ मृतक को डंडों से बेरहमी से पीटता नजर आ रहा है। फुटेज में मृतक को 12 लोग मारते हुए नजर आ रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही पुलिस ने आज सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जो रामदेव के निजी सुरक्षा कर्मी बताये जा रहे हैं। बता दें कि घटना के तत्काल बाद रामदेव के लोगों ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए थे। यह भी बता दें कि रामदेव का भाई रामभरत दबंगई के लिए कुख्यात है। वो कभी गाड़ी से टक्कर मार देता है, तो कभी किसी को भी गाली दे देता है एवं हाथापाई करने लगता है। दबाव में पुलिस उसके विरुद्ध कार्रवाई करने से बचती रही है, जिससे उसका दुस्साहस बढ़ता चला गया और कल खूनी खेल को उसने अंजाम दे दिया।
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