बदायूं के राधिका स्वीट्स के रेस्टोरेंट की सब्जी में चूहा निकलने के बाद खाद्य विभाग ने रेस्टोरेंट बंद करा दिया था और मानक पूरा करने के निर्देश दिए थे। रेस्टोरेंट संचालक ने औपचारिकतायें पूरी दर्शा दी हैं, जिससे रेस्टोरेंट पुनः शुरू हो गया है, लेकिन लोग अब भी सहज नहीं हो पा रहे हैं। दीपावली के अवसर पर गिफ्ट की जा रही मिठाई का डिब्बा खोलने से पहले लोग दुकान का नाम पहले पढ़ते नजर आ रहे हैं। अगर, मिठाई राधिका स्वीट्स की है, तो लोग अभी भी खाने से परहेज करते नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 10 अक्टूबर की रात लगभग नौ बजे नेकपुर निवासी विवेक गुप्ता अपने साथियों के संग इंद्रा चौक के पास स्थित राधिका स्वीट्स पर पाव-भाजी खा रहा था, इस दौरान विवेक को सब्जी में तला हुआ चूहा दिखाई दिया। रेस्टोरेंट के कर्मचारियों द्वारा चूहा सब्जी के साथ तल कर ग्राहक के सामने परोस दिया गया था, जिसके बाद मालिक घटना को दबाने के लिए उल्टा बवाल करने लगा था। उक्त घटना का ग्राहक ने वीडियो बना लिया था, जिसे उसने शेयर कर दिया। गौतम संदेश ने ग्राहकों की जिंदगी से हो रहे खिलवाड़ की खबर प्रकाशित की, तो राधिका स्वीट्स की शहर भर में जमकर फजीहत होने लगी। लोग आक्रोशित हो उठे और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राधिका स्वीट्स के मालिक और कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे, जिसके बाद खाद्य विभाग भी सक्रिय हो गया था।
खाद्य विभाग की टीम ने 11 अक्टूबर को मौके पर जाकर जाँच की, तो रसोई बेहद गंदी पाई गई। खाद्य सामग्री और मसालों के डिब्बे बेहद घटिया पाये गये थे। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं थी। लाइसेंस सही जगह नहीं लगा था एवं रेट लिस्ट भी नहीं थी, साथ ही किसी कर्मचारी का स्वास्थ्य परीक्षण भी नहीं कराया गया था, जिस पर खाद्य विभाग ने नोटिस जारी कर राधिका स्वीट्स के मालिक से स्पष्टीकरण मांगा था एवं मानक पूरे न होने तक रेस्टोरेंट बंद करने के निर्देश दिए थे।
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राधिका स्वीट्स के संचालक ने समस्त मानक पूरे कर लिए हैं। सोमवार से रेस्टोरेंट भी शुरू हो गया है, लेकिन ग्राहकों में विश्वास नहीं लौट पा रहा है। दीपावली के अवसर पर मिठाई का बड़े स्तर पर आदान-प्रदान होता है। राधिका स्वीट्स के रेस्टोरेंट की सब्जी में निकले चूहे को लोग भूल नहीं पा रहे हैं। ग्राहक रेस्टोरेंट में नहीं जा रहे हैं, साथ ही मेहमान द्वारा दी जा रही मिठाई का डिब्बा खोलने से पहले लोग दुकान का नाम पढ़ते नजर आ रहे हैं। अगर, मिठाई राधिका स्वीट्स की है, तो अधिकांश परिवारों में डिब्बा नहीं खोला जा है। खो चुके विश्वास को पुनः पाने में राधिका स्वीट्स को लंबा समय लग सकता है।
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