मथुरा कांड के खलनायक राकेश बाबू गुप्ता की बेटी की शादी में रामवृक्ष यादव बदायूं आया था और उसने बेटी व दामाद को आशीर्वाद भी दिया था। खलनायक राकेश न सिर्फ जीवित है, बल्कि बरेली शहर में भी देखा गया है। बदायूं जिले का एक आपराधिक प्रवृत्ति का नेता छुपने में उसकी मदद कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि मथुरा कांड का आरोपी राकेश बाबू गुप्ता बदायूं जिले के थाना हजरतपुर क्षेत्र में स्थित छोटे से गाँव गढ़िया शाहपुर का मूल निवासी है। आरोपी राकेश कुमार गुप्ता गाँव प्रसिद्धिपुर स्थित साधन सहकारी समिति का सचिव है, इसका एक मकान दातागंज में कांसपुर मार्ग पर है, साथ ही थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में इंद्रा चौक के पास गली में भी एक मकान है। बताते हैं कि रामवृक्ष यादव के बाद राकेश बाबू गुप्ता की दूसरे नंबर की भूमिका रही है, वह उपद्रवियों को रसद की व्यवस्था करता था, साथ ही हिंसा से पहले हथियार व बारूद की व्यवस्था भी उसने की थी।
सूत्रों का कहना है कि रामवृक्ष यादव का सबसे अधिक विश्वास पात्र राकेश बाबू गुप्ता ही था, वह हर योजना राकेश के साथ मिल कर बनाता था और अहम जिम्मेदारी स्वयं, या राकेश को सौंपता था। रामवृक्ष यादव बदायूं शहर में स्थित भोला धाम में पिछली 24 फरवरी को हुई राकेश की बेटी की शादी में भी आया था और बेटी व दामाद को आशीर्वाद दिया था।
सूत्रों का कहना है कि राकेश की मदद बदायूं का एक आपराधिक प्रवृत्ति का नेता कर रहा है, जो उसी के नाम का है और उसका सगा रिश्तेदार भी है। रिश्तेदार की मदद से राकेश बरेली पहुंचा और वहां एक मॉल में उसने रेडीमेड कपड़े भी खरीदे, साथ ही बरेली में ही उसने रात गुजारी।
खुफिया एजेंसियों और पुलिस की नजर राकेश को मदद पहुँचाने वाले नेता पर नहीं है, जिससे नेता बेखौफ है। सूत्रों का कहना है कि नेता ने कुछ दिन भूमिगत रहने की सलाह दी है, साथ ही राकेश को आश्वस्त किया है कि वह सब ठीक करा देगा। बता दें कि मथुरा कांड के आरोपी राकेश पर इनाम घोषित हो चुका है।
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जीवित है मथुरा कांड का आरोपी राकेश, सफारी हुई राख