उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिजली उत्पादन बढ़ाने की कड़ी में 10556.27 करोड़ रुपये की लागत वाली जवाहरपुर तापीय परियोजना प्रदेश में ऊर्जा के विकास एवं उत्पादन का एक नया आयाम स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना की स्थापना के लिए जनपद एटा का चयन क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
इस प्रोजेक्ट से किसानों की भूमि की कीमत में इजाफा होगा, बेरोजगारों एवं मजदूरों को रोजगार मिलेगा। परियोजना से जनपद एटा ही नहीं, बल्कि आस-पास के अन्य जिलों का भी विकास होगा। जवाहरपुर में 660 मेगावाॅट उत्पादन की 2 इकाइयों की स्थापना की जायेगी, जिससे 1320 मेगावाॅट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने आने वाले समय में एटा को आदर्श जिला बनाये जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को जनपद एटा में जवाहरपुर तापीय परियोजना सहित अन्य विकास परियेाजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 51 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की जवाहरपुर तापीय परियोजना तथा अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने कासगंज जनपद के कलेक्ट्रेट भवन, पुलिस अधीक्षक आवास, विकास भवन, जिला कारागार तथा तहसील सहावर भवन के साथ ही मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा कराये गये प्रमुख कार्यों में 8222 लाख रुपये की लागत के 25 कार्यों का लोकार्पण एवं 13011 लाख रुपये की लागत के 30 कार्यों का शिलान्यास भी किया।
ऊर्जा के क्षेत्र में जवाहरपुर तापीय परियोजना के शिलान्यास के साथ ही मुख्यमंत्री ने ओबरा-सी तापीय परियोजना जिला सोनभद्र, जनपद अलीगढ में हरदुआगंज सहित सोनभद्र अनपरा डी की 7 वीं इकाई बारा तापीय विद्युत परियोजना, इलाहाबाद की इकाई संख्या 1 एवं 2, ललितपुर तापीय परियोजना की इकाई संख्या 2 व 3 सहित उत्तर प्रदेश पावर ट्राॅसमिशन कारपोरेशन लि0 की पी.पी.पी. आधारित मैसर्स एस.ई.यू.पी.पी.टी.सी.एल. (ओसोलक्स) द्वारा निर्मित बारा मैनपुरी पारेषण परियोजना के अन्तर्गत 765 के0वी0 उपकेद्र मैनपुरी, 400 के.वी. उपकेंद्र रीवा रोड एवं सम्बन्धित लाइनों का भी लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने कोबरा-मेघा मैसर्स डब्ल्यू.यूपीटीसीएल द्वारा निर्मित मैनपुरी-ग्रेटर नोएडा पारेषण परियोजना के तहत 765 केवी उपकेंद्र ग्रेटर नोएडा, 400 केवी उपकेंद्र सिकन्दराबाद एवं सम्बन्धित लाइनों का लोकार्पण किया।
ज्ञातव्य है कि जवाहरपुर तापीय परियोजना की कुल लागत 10556.27 करोड़ रुपये है। इसकी प्रथम इकाई 48 माह में और दूसरी इकाई 52 माह में बिजली उत्पादन आरम्भ कर देगी। परियोजना से उत्पादित शत प्रतिशत बिजली प्रदेश के विकास में ही इस्तेमाल होगी। परियोजना में एटा तहसील के गांव अयार, बबरौती नसीरपुर, बिरसिंहपुर, मलावन एवं निगोह हसनपुर की लगभग 350 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर किसानों का मुआवजा भी दिया जा चुका है।
श्री यादव ने 223 करोड़ रुपये की लागत से एटा शहर में सीवरेज प्रणाली की आधारशिला भी रखी। उन्होंने 153 करोड़ रुपये की लागत के एटा-कासगंज मार्ग एवं बरेली-मथुरा मार्ग का कासगंज जिला मुख्यालय तक चार-लेन में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास भी किया। इसके अतिरिक्त आसपुर सकीट औंछा मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 35 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। अलीगंज अमरौली एवं अलीगंज कम्पिल मार्ग का भी शिलान्यास किया गया। साथ ही, कुल 26 करोड़ रुपये की लागत के माॅडल स्कूल जिरसमी, माॅडल स्कूल इसौली, माॅडल स्कूल मलावन, थाना निधौली कलाॅ में आवासीय भवन, अग्निशमनकेंद्र, मुख्य प्राचीर जिला कारागार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सकीट, वसुन्धरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य, औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं एटा अलीगंज मार्ग पर धुमरी के निकट काली नदी सेतु आदि कार्यो का लोकार्पण भी किया।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि आम जनमानस के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और विकास को गति प्रदान करने के लिये बिजली की उपलब्धता जरूरी है। प्रदेश सरकार ने विद्युत उत्पादन बढ़ाने और वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए बीते साढ़े चार साल में तमाम महत्वपूर्ण कार्य कराये हैं, जिससे प्रदेश में लगातार बिजली का उत्पादन बढ़ा है। विभिन्न शहरों, कस्बों, ग्रामों में नये-नये बिजली घरों तथा विद्युत सबस्टेशनों की स्थापना से ओवरलोडिंग तथा ट्रिपिंग की समस्या का समाधान हुआ है। औद्योगिक वातावरण विकसित हुआ है। बिजली की आवश्यकता एवं महत्ता को दृष्टिगत रखते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घण्टे तथा शहरी क्षेत्रों में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिये पुराने बिजलघरों का जीर्णोद्वार एवं आवश्यकतानुसार क्षमता वृद्धि भी की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एटा जनपद संतों, गुरूओं, कवियों, कलाकारों, वीरों एवं स्वाभमानी लोगों की धरती है। यह आदरणीय नेताजी की भी कर्मभूमि रही है। वे निधौली कलां विधान सभा क्षेत्र से चुनाव भी लडे़ हैं। समाजवादी सरकार ने न केवल एटा जनपद, बल्कि पूरे प्रदेश में साढ़े चार साल में जितने विकास कार्य कराये हैं, उतने विकास कार्य आजादी के बाद कभी नहीं हुए। आज 51 हजार करोड़ रुपये की लागत की जवाहरपुर तापीय परियोजना व अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास, जनपद एटा के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लिये ऐतिहासिक दिन है।
मुख्यमंत्री ने कहा समाजवादी सरकार 55 लाख गरीब महिलाओं को समाजवादी पेंशन प्रदान कर रही है। आने वाले समय में हर गरीब महिला को समाजवादी पेंशन से लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने गांव में एम्बुलेन्स ही नहीं बल्कि यूपी-100 योजना लाकर पुलिस सहायता को भी दूर-दराज क्षेत्रों में पहुंचाया है। राज्य सरकार ने 18 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप वितरित किए हैं। भविष्य में लोगों को स्मार्टफोन भी प्रदान किए जाएंगे। समाजवादी स्मार्टफोन योजना के तहत अब तक लगभग 1 करोड़ पंजीकरण हो चुके हैं। स्मार्ट फोन से राज्य सरकार की हर नीति, योजना, निर्णयों की जानकारी आमजन को मिल सकेगी।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने जहां 22 हजार करोड़ रूपये की लागत वाले समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया है, वहीं घोषणा-पत्र में मेट्रो रेल का जिक्र न होते हुए भी इसका सपना साकार किया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओं को अस्पतालों पर पहुंचाने के लिये ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस एवं पीड़ित व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा सफलता पूर्वक संचालित की गई हैं। कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाये जाने के लिये बड़े पैमाने पर पुलिस सेवा में भर्तियां की गईं और पुलिस को टेक्नोलाॅजी एवं अन्य आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित भी किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न कम्पनियों को कार्य आरम्भ किए जाने के लिए अनुमति पत्र सौंपे। कम्पनी के प्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इस मौके पर ऊर्जा राज्यमंत्री शैलेन्द्र यादव उर्फ ‘ललई’, सांसद रामजी लाल सुमन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अपर मुख्य सचिव (ऊर्जा) संजय अग्रवाल ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने शहरों में 24 घण्टे और गांवों में 18 घण्टे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करायी है। आमूल-चूल परिवर्तन लाकर बिजली उत्पादन 08 हजार मेगावाॅट से बढ़ाकर 16500 मेगावाॅट किया है। जवाहरपुर थर्मल पावर प्रोजेक्ट वर्ष 2020 से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति रमेश यादव, परिवहन राज्य मंत्री मानपाल सिंह, मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 राज्य विद्युत उत्पादन निगम ए0पी0 मिश्रा, प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन विशाल चौहान सहित शासन-प्रशासन के अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
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