बदायूं जिले की तहसील सहसवान क्षेत्र में लग रहा है कि भाजपा की सरकार बनने के बाद कानून का राज खत्म हो गया है, इस क्षेत्र में राशन वितरण प्रणाली पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। सरकार बनते ही भाजपाई कोटेदारों के पीछे पड़ गये थे। बताते हैं कि कोटेदारों से मोटी वसूली की गई है, जिसको लेकर एक नेता पिट भी चुका है। अब ताजा प्रकरण एक वीडीओ द्वारा ग्रामीण को धमकाने का है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
सहसवान तहसील क्षेत्र के गाँव लौहरपुरा निवासी धर्मेन्द्र गंभीर नाम के युवक को सचिव महीपाल फोन पर धमका रहा है। बताते हैं कि नये कोटेदार का चयन मनमाने ढंग से कर लिया। चयन में नियमों की अनदेखी की गई, जिसकी धर्मेन्द्र ने शिकायत की, इस पर सचिव महीपाल चिढ़ गया और फिर उसने धर्मेन्द्र को फोन पर न सिर्फ धमकाया, बल्कि जमकर गरियाया। यहाँ तक कह दिया कि ब्लॉक परिसर में दिखा, तो गुप्तांग पर लातें मारेगा और नेतागीरी गुप्तांग में घुसेड़ देगा। दबंग सचिव यहाँ तक कह रहा है कि उसने पचास हजार रूपये लिए हैं। पीड़ित धर्मेन्द्र ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई कराने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों एक ऑडियो सामने आया, जिसमें गाँव कोल्हार के राशन डीलर मुकेश मौर्य और पूर्ति निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भष्टाचार चरम पर है, इसके बाद एक और ऑडियो सामने आया, जिसमें लगभग दस मिनट की बातचीत थी। भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके आशुतोष वार्ष्णेय “भोला” कहते सुनाई दे रहे थे कि उनका प्रतिदिन का खर्च 50 हजार रूपये है, इससे पहले राशन कोटे को लेकर भाजपा नेता सुभाष गौड़ की पिटाई भी हो चुकी है, जिससे पार्टी और सरकार की बड़ी फजीहत हुई थी।
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