लखनऊ-आगरा फोरलेन एक्सप्रेस- वे पर आज समाजवादी पार्टी पूरी एकजुटता के साथ दौड़ती नजर आई। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, सांसद प्रो. रामगोपाल यादव, वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां, सांसद डिंपल यादव, सांसद धर्मेन्द्र यादव, सांसद जया बच्चन, सांसद अक्षय प्रताप सिंह, सांसद तेज प्रताप सिंह सहित अन्य तमाम शीर्ष नेताओं, विधायकों, सांसदों और अफसरों की मौजूदगी में लोकप्रियता के शिखर की ओर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ऐसी उड़ान भरी कि उनकी कार्यकुशलता पर हर कोई दंग रह गया, साथ ही सभी को यह भी विश्वास हो गया होगा कि अखिलेश की लैंडिंग और भी धमाकेदार होगी।
अखिलेश यादव पर सोमवार को नाम का असर दिखाई दिया, समूचा वातावरण उनके पक्ष में रहा, इसलिए सोमवार का दिन उनके नाम पर स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास में दर्ज हो गया। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन समारोह उन्नाव जिले में बांगरमऊ के निकट खंबौली में आयोजित किया गया, जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने लोकप्रिय विकास रथ के साथ पहुंचे। उन्होंने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के हाथों एक्सप्रेस- वे का उदघाटन कराया। सपा सुप्रीमो का 22 नवंबर को जन्मदिन है, जिससे माना जा रहा है कि एक्सप्रेस- वे अखिलेश की ओर से सपा सुप्रीमो को तोहफा है, यह भी बता दें कि रेल दुर्घटना के चलते उनके जन्मदिन पर होने वाले समस्त कार्यक्रम निरस्त कर दिए गये हैं।
उदघाटन के पश्चात देश में पहली बार सड़क पर पांच सुखोई- 30 और तीन मिराज नाम के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग हुई। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस- वे देश का इकलौता ऐसा एक्सप्रेस- वे है, जिस पर आपातकाल की स्थिति में विमान उतारने के लिए 3.3 किलोमीटर की हवाई पट्टी बनाई गई है, इसका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना कर सकेगी, इस एक्सप्रेस- वे के किनारे जनपद मैनपुरी और जनपद कन्नौज में अति विशिष्ट मंडियों की स्थापना की जा रही है, इसके अलावा स्मार्ट सिटी, लॉजिस्टिक पार्क और फिल्म सिटी का भी निर्माण होगा। एक्सप्रेस- वे के विकसित होने के बाद हैंडीक्राफ्ट, पर्यटन और दुग्ध उद्योग के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है, इसकी दोनों दिशाओं में ग्रीन बेल्ट बनाई जा रही है, अब तक लगभग 3 लाख पौधे रोपे जा चुके हैं।
आगरा-लखनऊ फोरलेन एक्सप्रेस- वे आम जनता के लिए करीब एक महीने बाद खोला जायेगा, उसके बाद लखनऊ से आगरा की दूरी लगभग साढ़े तीन घंटे और दिल्ली तक की दूरी मात्र पांच से छह घंटे में तय की जा सकेगी। 302 कि.मी. लंबे इस एक्सप्रेस- वे का निर्माण 23 महीनों में किया गया है, जो एक रिकॉर्ड है, इसे आठ लेन भी किया जा सकेगा, इसके पुल, पुलिया, अंडरपास और अन्य स्ट्रचर पहले से ही आठ लेन के बनाये गये है, यह एक्सप्रेस- वे एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट से लैस है, जिससे धुंध और कोहरे के दिनों में लाभ होगा, इस एक्सप्रेस- वे की सबसे अच्छी बात यह है कि आगरा से लेकर फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव और लखनऊ तक 232 गांव हैं, यहाँ के 30 हजार 456 किसानों से लगभग 3500 हेक्टेयर भूमि ली गई है, लेकिन जमीन को लेकर कहीं कोई विवाद नहीं हुआ, जो अखिलेश की सबसे बड़ी सफलता है और इस सफलता का गर्व उनके चेहरे पर आज स्पष्ट झलक रहा था। अखिलेश की सबसे अच्छी बात यह है कि वे गर्व को अहंकार में नहीं बदलने देते, तभी उन्होंने हाल ही सड़क हादसे में घायल हुए प्रमुख सचिव (सूचना) नवनीत सहगल को याद करते हुए एक्सप्रेस- वे के निर्माण में जुटे रहे हर अफसर और हर कर्मचारी का धन्यवाद व्यक्त किया। शिवपाल, रामगोपाल और आजम ही नहीं, बल्कि अखिलेश की अब तक खिंचाई करते रहे सपा सुप्रीमो भी स्वयं को प्रशंसा करने से रोक नहीं पाए। बोले- विकास के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है, यह वाक्य अखिलेश की कड़ी मेहनत का परिणाम है, जिसे सुनते ही उनका न सिर्फ सीना चौड़ा हो गया, बल्कि मस्तक भी थोड़ा सा ऊपर उठ गया।
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