बदायूं जिले में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के निर्वाचन हेतु सभी पन्द्रह ब्लॉकों में कुल 25 उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किए। शुक्रवार को सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर प्रातः ग्यारह बजे से अपरान्ह तीन बजे तक नामांकन प्रक्रिया जारी रही। दस ब्लॉकों में एक-एक उम्मीदवार तथा शेष ब्लॉकों में एक से अधिक उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन पत्र दाखिल होते ही सपा नेताओं और पुलिस-प्रशासन पर उत्पीड़न के आरोप लगने शुरू हो गये हैं। दर्जा राज्यमंत्री व सदर विधायक आबिद रजा पर आरोप लगा है, वहीं बिसौली के कोतवाल भी चर्चा में हैं।
जिले के ब्लॉक आसफपुर में प्रेमवती, जगत में सुनीता देवी, कादरचौक मेें कौशल कुमार, अम्बियापुर में विजेता यादव, दातागंज में कालीचरन, समरेर में शशिप्रभा, बिसौली में श्रीवती देवी, उसावां में राजेश कुमार, दहगवां में सतीश यादव तथा ब्लॉक म्याऊं में संगीता रानी ने पर्चे दाखिल किए हैं, यहाँ सिर्फ एक-एक नामांकन पत्र दाखिल हुआ है, जिससे इन सबका निर्विरोध निर्वाचित होना तय माना जा रहा है। ब्लॉक इस्लामनगर में कैलाशो, दिनेश, मनोरमा तथा त्रिभुवन शर्मा सहित कुल चार नामांकन पत्र दाखिल हुए। ब्लॉक सहसवान में मात्र दो उम्मीदवारों, निर्मला तथा नेम सिंह ने पर्चे दाखिल किए। ब्लॉक उझानी में मंजू देवी, रतनेश यादव तथा हरवंश सिंह यादव सहित तीन उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। क्षेत्र पंचायत वजीरगंज में कुल तीन उम्मीदवारों, धीरेन्द्र यादव, सुमता देवी तथा सत्यपाल ने नामांकन पत्र दाखिल किए। ब्लॉक सालारपुर में किरन देवी, गेंदा देवी तथा जयपाल सिंह सहित कुल तीन उम्मीदवारों ने नामांकन कराया।
सालारपुर के प्रत्याशी जयपाल सिंह ने दर्जा राज्यमंत्री आबिद रजा पर आरोप लगाया है कि वे उसका पर्चा निरस्त करा सकते हैं, साथ ही उसकी कस्बा बिनावर में स्थित गैस एजेंसी पर डीएसओ से छापा मरवा कर उत्पीड़न करा रहे हैं, उसके विरुद्ध मुकदमा भी पंजीकृत करा दिया गया है, जिससे जयपाल ने आबिद रजा के साथ पुलिस-प्रशासन पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
उधर बिसौली में कोतवाल कश्मीर सिंह यादव चर्चा का विषय बने हुए हैं। यहाँ श्रीवती देवी का एकमात्र नामांकन पत्र दाखिल हुआ है, जिससे उनका निर्विरोध निर्वाचित होना तय माना जा रहा है। नामांकन पत्र जमा होने का समय निकलते ही श्रीवती और उनके परिजनों ने कश्मीर सिंह यादव को जोरदार बधाई ही नहीं दी, बल्कि गले में माला डाल कर उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया और श्रीवती के पुत्र ने पैर भी छूए, जिससे माना जा रहा है कि श्रीवती के निर्विरोध निर्वाचित होने में कोतवाल कश्मीर सिंह यादव का बड़ा योगदान रहा है।