बदायूं जिले में बंपर धन वर्षा हो रही है और इस धन वर्षा के पीछे इंद्र की भूमिका में हैं सांसद धर्मेन्द्र यादव। उनके प्रयासों से बदायूं जिले का चौतरफा विकास हो रहा है, लेकिन अधिकारियों-कर्मचारियों और ठेकेदारों के गठबंधन के चलते विकास कार्य मानक के अनुरूप नहीं हो पा रहे हैं, जिससे सांसद धर्मेन्द्र यादव की मेहनत का परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं आ रहा है।
बदायूं लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय व युवा सांसद धर्मेन्द्र यादव के प्रयासों के चलते बदायूं में पांच सौ करोड़ की लागात का अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज बन रहा है। 32 करोड़ 53 लाख रूपये की लागात का ओवर ब्रिज बन रहा है। जीटीआई कैंपस में इंजीनियरिंग कॉलेज भी बनेगा। बरेली-बदायूं मार्ग फोर लेन हो रहा है और बदायूं-बिजनौर राजमार्ग फोर लेन के लिए प्रस्तावित है एवं करोड़ों रुपया सड़कों के निर्माण को आ चुका है, इस सबके अलावा उनकी स्वयं की निधि के साथ एमएलसी नरेश उत्तम, एमएलसी मधु गुप्ता, राज्यसभा सदस्य अरविंद कुमार सिंह, राज्यसभा सदस्य मुनव्वर सलीम, राज्यसभा सदस्य आलोक तिवारी और राज्यसभा सदस्य किरणमय तिवारी करोड़ों रुपया सांसद धर्मेन्द्र यादव के कहने से ही जिले के विकास को दे चुके हैं, लेकिन इस धन का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। विकास कार्य मानक के अनुरूप नहीं हो रहे हैं, जिससे धर्मेन्द्र यादव की मेहनत निरर्थक ही साबित हो रही है।
जिले में होने वाले विकास कार्यों की निगरानी जिलाधिकारी ही करते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से जिलाधिकारी के पद पर ऐसे लोग तैनात रहे हैं, जिनका डर अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों और ठेकेदारों में नहीं है। दूसरे नंबर पर मुख्य विकास अधिकारी आते हैं, लेकिन इस पद पर भी ऐसे ही व्यक्ति तैनात रहे हैं, जो विकास कार्यों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, इसीलिए विकास कार्य मानक के अनुरूप नहीं हो पा रहे हैं।
सांसद धर्मेन्द्र यादव जिले के विकास को धन ही ला सकते हैं, वे स्वयं खड़े होकर विकास कार्य तो करा नहीं सकते, इसीलिए भ्रष्ट अफसर और ठेकेदार मिल कर धन वर्षा का दुरूपयोग कर रहे हैं। जिले के विकास के लिए जिस तरह धन आ रहा है, उसका सदुपयोग कराने के लिए जिले में एक तेजतर्रार अफसर की बेहद आवश्यकता है, वरना धर्मेन्द्र यादव धन लाते रहेंगे और अफसर व ठेकेदार मौज लेते रहेंगे।