बदायूं में सदर कोतवाल को रिश्वत देने के प्रकरण में भाजपाईयों ने कोतवाली में घुस कर पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदेश में घटित हो रही वारदातों से चौकन्ने अफसरों ने कोतवाली में तत्काल फोर्स की संख्या बढ़ा दी, जिससे भाजपाई पुलिस से भिड़ने का साहस नहीं जुटा पाए। दोपहर बाद आरोपी ठेकेदार पिता और पुत्र को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। चर्चित प्रकरण में न्यायालय ने वैभव लॉन के सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने का आदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि एक धनाढ्य परिवार के लड़के की आज शादी है, उसने बीती रात वैभव लॉन में कॉकटेल पार्टी आयोजित की थी, जिसमें नशा चढ़ने पर फायरिंग भी की गई, इसकी सूचना कोतवाल लोकेन्द्र पाल सिंह तक पहुंच गई, तो उन्होंने छापा मारा। मौके से कई युवाओं को हिरासत में ले लिया गया, जिनमें मोना नाम का लड़का भी है, जो ठेकेदार कमलकांत शर्मा का बेटा है। सुबह बेटे को छुड़ाने के लिए कमलकांत शर्मा कोतवाल पर दबाव बनाने लगे। उन्होंने 80 हजार रूपये रिश्वत में देने का भी प्रयास किया, जिसका कोतवाल ने वीडियो बना लिया और मुकदमा दर्ज कर कमलकांत शर्मा को भी हिरासत में ले लिया।
कमलकांत शर्मा समाजवादी पार्टी के नेताओं के चहेते माने जाते हैं, इसके बावजूद भाजपा के एक पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक ने कोतवाली में धावा बोल दिया, वे कोतवाल पर पिता-पुत्र को थाने से ही जमानत देने का दबाव बनाने लगे, लेकिन कोतवाल ने शीर्ष अफसरों को सूचना प्रेषित कर दी। प्रदेश में हो रहे पुलिस पर हमलों से अफसर चौकन्ने थे, जिससे कुछ ही मिनट में कोतवाली में बड़ी संख्या में पीएसी और आसपास के कई थानों की पुलिस भेज दी गई। भारी संख्या में पुलिस बल देख कर भाजपाई कोतवाली से खिसक आये।
उधर दोपहर बाद पुलिस ने ठेकेदार कमलकांत शर्मा और उनके बेटे मोना को न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि न्यायालय ने वैभव लॉन के सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने का आदेश दिया है।
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बेटे को बचाने को ठेकेदार कमलकांत द्वारा कोतवाल को रिश्वत देने का प्रयास
रिश्वत देने का प्रयास करते हुए वीडियो देखें