नवागत सीडीओ राजेश यादव से कैसे बैठा पायेंगे सामजंस्य?

नवागत सीडीओ राजेश यादव से कैसे बैठा पायेंगे सामजंस्य?
नवागत सीडीओ प्रताप सिंह भदौरिया
नवागत सीडीओ प्रताप सिंह भदौरिया
बदायूं में नवागत मुख्य विकास अधिकारी प्रताप सिंह भदौरिया ने सोमवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनका दावा है कि शासन की योजनाओं तथा कार्यक्रमों को ग्रामीण अंचल तक भली-भांति क्रियान्वित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी, लेकिन देखने वाली महत्वपूर्ण बात यह रहेगी कि वे प्रभावशाली प्रभारी डीपीआरओ के साथ सामंजस्य कैसे बैठा पाते हैं।
तेज तर्रार कहे जा रहे नवागत मुख्य विकास अधिकारी जनपद बस्ती से अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के पद से प्रोन्नत होकर जनपद बदायूं में सीडीओ के पद पर आए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में शासन की प्राथमिकता वाली योजनायें डॉक्टर राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम के विकास कार्य, मनरेगा कार्य, विभिन्न पेंशन योजनायें, निर्माण कार्य आदि तमाम कार्यक्रमों तथा योजनाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने के साथ ही कार्यालयों में अधिकारियों, कर्मचारियों की समय से उपस्थिति एवं अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से निर्धारित अवधि तक कार्यालय में बैठ कर जनता की शिकायतों को सुन कर निस्तारण कराने पर भी बल दिया जाएगा। सौंपे गए कार्यो को समयबद्ध तरीके से अंजाम देने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित किए जाने के साथ ही लापरवाही व शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा, पर सवाल यह है कि वे प्रभावशाली प्रभारी डीपीआरओ के साथ कैसे सामजंस्य बैठायेंगे।
बता दें कि खंड विकास अधिकारी राजेश यादव की ऊंची राजनैतिक पहुंच है, जिसके बल पर उसे बदायूं का जिला पंचायत राज अधिकारी का दायित्व सौंप दिया गया है, लेकिन जिलाधिकारी ने उसे वित्तीय अधिकार नहीं सौंपे है, साथ ही हर बड़े कार्य के लिए उसे मुख्य विकास अधिकारी से संस्तुति लेनी होगी। निवर्तमान सीडीओ देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाह ईमानदार थे एवं नियम विरुद्ध कार्य नहीं करते थे, जबकि डीपीआरओ की ओर से कोई न कोई पत्रावली प्रतिदिन ऐसी आती थी, जिस पर देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाह आपत्ति लगा देते थे, इस पर राजेश यादव राजनैतिक दबाव डलवाता था, उन्होंने दबाव भी स्वीकार नहीं किया, तो कर्मचारियों से ज्ञापन आदि दिलवाने लगा, जिससे व्यथित होकर देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाह ने अपना स्थानांतरण करा लिया। अब प्रताप सिंह भदौरिया आये हैं, लेकिन प्रभारी डीपीआरओ राजेश यादव अब भी है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि प्रताप सिंह भदौरिया प्रभारी डीपीआरओ राजेश यादव से सामंजस्य कैसे बैठा पायेंगे?

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