रामलीला मैदान में चल रहे अनशन के पांचवें दिन आज सोमवार को समर्थकों के साथ संसद भवन की ओर जाते हुए योगगुरु बाबा रामदेव के काफिले को पुलिस ने रंजीत सिंह फ्लाईओवर पर रोककर हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने बाबा और उनके समर्थकों की गिरफ्तारी से इंकार करते हुए कहा कि इन सभी को अस्थाई जेल बवाना ले जाकर छोड़ दिया जाएगा। पुलिस ने बाबा द्वारा दिए गए शपथपत्र का उल्लंघन बताते हुए रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति वापस ले ली है। अनुमति 30 अगस्त तक के लिए दी गई थी। बाबा ने कहा कि दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के हाथ की कठपुतली है।
पुलिस ने संसद तक मार्च पास्ट करने निकले बाबा और और उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर डीटीसी की बस में भर दिया था। लेकिन उनके समर्थकों ने बस को आगे नहीं बढ़ने दिया। बस को चारों तरफ से घेर लिया। यातायात भी बाधित रहा। बाबा ने कहा कि हम कानून और लोकतंत्र का सम्मान करते हैं। इस लोकतंत्र ने ही हमें केंद्र सरकार की गलत नीतियों का विरोध करने की राह दिखाई। उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलनकारी शांति से अपना मार्च पास्ट कर रहे हैं। हिंसा या किसी तरह की अराजकता फैलाने का उनका कोई इरादा नहीं है, वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने बाबा को गिरफ्तार नहीं किया है। उन्हें बवाना जेल ले जाकर छोड़ दिया जाएगा।