बदायूं जिले में उसहैत थाना क्षेत्र के गाँव कटरा सआदतगंज में घटी दुस्साहसिक आपराधिक वारदात दुर्भाग्य पूर्ण ही नहीं, बल्कि समूचे समाज के गाल पर तमाचा है। पीड़ितों को न्याय दिलाने की मुहिम में विश्व स्तर पर मीडिया तो कदम से कदम मिला कर साथ चल ही रहा है, साथ ही राजनेता भी घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। भाजपा, बसपा और कांग्रेस के तमाम नेता घटना स्थल पर जाकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दे चुके हैं। आज राहुल गाँधी आये और उन्होंने भी पीड़ितों का हाल जाना। उन्होंने पीड़ित परिवार की सीबीआई जांच की मांग पर सहमति जताते हुए कहा कि न सिर्फ सीबीआई जांच हो, बल्कि पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए, ताकि अपराधियों के बीच यह संदेश जाये कि हिन्दुस्तान में ऐसी घटनायें नहीं कर सकते।
खैर, दबाव में ही सही, पर अब उत्तर प्रदेश सरकार भी पीड़ितों को न्याय दिलाने को तैयार है। प्रदेश सरकार सीबीआई जाँच कराने को भी राजी हो गई है, जिसके अच्छे परिणाम आने की आशा व्यक्त की जा सकती है, लेकिन फिलहाल गाँव व क्षेत्र के लोगों के चेहरों पर यह सब देख कर अलग तरह के ही भाव हैं। गाँव में देश के नहीं, बल्कि विदेश के मीडिया कर्मी भी मौजूद हैं, जिनमें महिलायें भी शामिल हैं। लग्जरी गाड़ियों का बेड़ा खड़ा है। वीवीआईपी के चलते अत्याधुनिक सुरक्षा कवच है। तमाम चैनलों की टीम मौके से लाइव प्रसारण कर रही है, जिसे देख कर गाँव व क्षेत्र के अधिकांश लोगों में कोई स्तब्ध हैं, कोई रोमांचित है, कोई और दुखी है, कोई खुश है, तो कोई विचार शून्य अवस्था में सिर्फ नजारा देखता ही नज़र आता है। न्यायालय में क्या होगा, यह तो आने वाले दिनों में ही साफ हो पायेगा, पर यह घटना यहाँ सदियों तक याद की जाती रहेगी। हालांकि इस दर्द की भरपाई किसी तरह नहीं की जा सकती। एक पिता की इकलौती बेटी की भेंट चढ़ी है, इकलौता चिराग बुझने से उसके तो वंश पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है, लेकिन विश्व स्तर पर तमाम क्षेत्रों के लोग उनके साथ खड़े हैं, यह जान कर वह फिलहाल संतुष्ट है और अंतिम साँस तक अपराधियों को फांसी दिलाने की दिशा में लड़ने के लिए तैयार है। गौतम संदेश भी पीड़ित परिवार को साहस देता रहेगा, फिलहाल गाँव के आज के दृश्य को चित्रों के माध्यम से देखें और हाव-भाव स्वयं महसूस कर भावना को समझें, क्योंकि महसूस करने की क्रिया शब्दों से नहीं कराई जा सकती।