केंद्र सरकार ने साहसिक निर्णय लेते हुए विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के एनजीओे इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया है। एनजीओ पर गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के अन्तर्गत प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की संभावना भी बढ़ गई है।
जाकिर नाइक पर आतंकवाद का प्रचार करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय चैनल पीस टीवी के साथ संबंध होने का भी आरोप है। नाइक चर्चा में तब आया, जब जुलाई महीने में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकवादी हमला हुआ, उससे यह खुलासा हुआ कि हमला करने वाले कुछ आतंकी कथित तौर पर जाकिर के उपदेशों से प्रेरित थे। हमले के समय जाकिर विदेश में था और विवाद बढ़ने के बाद से भारत नहीं आया है। पिता की मृत्यु पर भी जाकिर भारत नहीं आया।
विवाद के बाद जाकिर पर भड़काऊ भाषण देने के साथ और भी कई गंभीर मामलों को लेकर जांच शुरू हुई, तभी ज्ञात हुआ कि जाकिर नाइक का एनजीओ आईआरएफ भी देश द्रोही गतिविधियों में संलिप्त है। अब जाकिर की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है।