उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे योगी आदित्यनाथ विधान मंडल के सदस्य नहीं हैं, वे वर्तमान में सांसद हैं, जिससे उन्हें त्याग पत्र देना पड़ेगा और उन्हें छः महीने के अंदर विधान सभा या विधान परिषद की सदस्यता लेनी पड़ेगी। बदायूं के लोगों ने सोशल साइट्स पर कैंपेन शुरू कर दिया है, जिसमें आह्वान किया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बदायूं से एमएलसी का चुनाव लड़ें।
युवाओं द्वारा सोशल साइट्स पर चलाये जा रहे कैंपेन में योगी आदित्यनाथ से आह्वान किया जा रहा है कि वे बदायूं से एमएलसी का चुनाव लड़ें। तर्क भी दिए जा रहे हैं कि बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती बदायूं जिले के बिल्सी विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई थीं एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव सहसवान व गुन्नौर क्षेत्र से विधायक चुने गये थे। गुन्नौर अब संभल जिले का हिस्सा है। बड़े नेताओं के कारण सपा व बसपा का ग्राफ बढ़ता चला गया एवं उनके कार्यकर्ता व समर्थक गर्व भी करते हैं। हाल-फिलहाल मुलायम के भतीजे धर्मेन्द्र यादव बदायूं से सांसद हैं, इन बड़े नेताओं द्वारा नेतृत्व करने के कारण बदायूं जिला वीवीआईपी रहा है, इस श्रेणी को भाजपा शासन में भी बरकरार रखने के उद्देश्य से भाजपा समर्थक कैंपेन चला रहे हैं, जिसे योगी आदित्यनाथ गंभीरता से लेंगे, अथवा नहीं, यह समय ही बतायेगा।
उल्लेखनीय है कि बदायूं जिले से समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव विधान परिषद सदस्य चुने गये थे, उनका गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में 8 मार्च को निधन हो गया था, जिससे यह सीट रिक्त हो गई, अब यहाँ पुनः चुनाव होना है, इसीलिए भाजपा समर्थक कैंपेन चला रहे हैं।
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