बदायूं जिले में बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। ज्योति शर्मा कांड में फंसे पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर के विरुद्ध पार्टी ने कार्रवाई नहीं की, जिससे अब हुई कार्रवाई से अधिकांश लोग स्तब्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर पर बिल्सी की छात्रा ज्योति का अपहरण और उसका यौन शोषण करने का आरोप लगा, लेकिन बसपा योगेन्द्र सागर के साथ खड़ी रही। न्यायालय ने योगेन्द्र सागर को फरार घोषित कर दिया, तो भी बसपा ने योगेन्द्र सागर का साथ नहीं छोड़ा। पिछले विधान सभा चुनाव में बसपा ने योगेन्द्र सागर की पत्नी प्रीति सागर को बिसौली सुरक्षित क्षेत्र से टिकट दिया, इस बार माना जा रहा था कि योगेन्द्र सागर स्वयं चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी ने पूर्व भाजपा प्रत्याशी मेजर कैलाश सागर को पार्टी में ले लिया। माना जा रहा है कि बसपा उन्हें टिकट देने की शीघ्र ही घोषणा करेगी।
मेजर कैलाश सागर को लेकर चर्चायें थीं कि अंत समय में पार्टी योगेन्द्र सागर को ही प्रत्याशी बनायेगी। शायद, ऐसी चर्चाओं पर विराम लगाने के उददेश्य से ही पार्टी ने योगेन्द्र सागर को निष्कासित कर दिया है।