दलितों की स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है। हालात इतने भयावह हो चले हैं कि दलितों की बारात को दबंग यादवों ने मोहल्ले से नहीं निकलने दिया। बारात पर धावा गाँव का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधान के नेतृत्व में बोला गया। दूल्हा-दुल्हन और दोनों के परिजन सहित बारात थाने पर पुलिस की शरण में है, लेकिन पुलिस दलितों का मुकदमा दर्ज करने को तैयार नजर नहीं आ रही।
मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गाँव सैफुल्लागंज की है। बताते हैं कि सोहनपाल जाटव की बेटी की जिला संभल के गाँव रामपुर मोहकम (तौमी) से आज बारात आई थी। शादी समारोह दिन में ही होना था और दोपहर बाद बारात को वापस लौट जाना था। बताते हैं कि दोपहर लगभग एक बजे बैंड-बाजे के साथ बारात चढ़ रही थी, तभी ग्राम प्रधान यादुवीर यादव ने अपने सशस्त्र साथियों के साथ बारात पर धावा बोल दिया।
दुल्हन के पिता सोहनपाल जाटव ने बताया कि दलित होने के कारण प्रधान व दबंग यादवों को बारात चढ़ना गलत लगा, जिससे धावा बोला गया। उसने बताया कि बारातियों को बेरहमी से पीटा और लूटा गया है, जिससे कई बाराती घायल हैं। पूरा सामान तहस-नहस कर दिया गया है। सोहनपाल जाटव ने दबंगों के विरुद्ध नामजद तहरीर दे दी है, लेकिन एसओ अभी तक मौका मुआयना तक करने नहीं गये हैं और न ही मुकदमा दर्ज किया है, जिससे गांव में दहशत बरकरार है।
संबंधित खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक