बदायूं जिले में व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आ रही है। सरकार के आदेश को लोग मानने को तैयार नहीं हैं और न ही आदेश लागू करने वाले नजर आ रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस पर एक ओर सरकारी प्राथमिक विद्यालय तक में राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान नहीं गाया गया, पर किसी ने दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की, वहीं स्वतंत्रता दिवस पर सरकारी शराब के ठेके बंद रखने का आदेश था, लेकिन मुख्यालय के साथ जिले भर में खुलेआम ठेके खोले गये, पर किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
शहर में प्रत्येक शराब का ठेका आम दिनों की तरह ही खुला नजर आ रहा है। ठेकों के अंदर कैंटीन भी आम दिनों की तरह ही चल रही है। पुलिस प्रशासन का खौफ किसी के चेहरे पर नजर नहीं आ रहा, इसी तरह रोडवेज के आसपास होटलों पर भी लोग खुलेआम शराब पीते दिखाई दे रहे हैं। आते-जाते जनता खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ते देख रही है, इससे पुलिस और सरकार की छवि तार-तार होती नजर आ रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकारी शराब के ठेके खुले रहे। कस्बा उझानी, सहसवान, इस्लामनगर, बिसौली, बिल्सी, फैजगंज बेहटा में भी धड़ल्ले से शराब बिकती देखी गई। वजीरगंज में शराब की दुकान पर बैठे सेल्समैन ने पूछने पर बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर दुकान बंद रखने का उसके पास आदेश नहीं है। सेल्समैन का जवाब पुलिस-प्रशासन की सक्रियता की पोल खोलने के लिए काफी है।
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