पीलीभीत जिले की रहने वाली दलित वर्ग की 25 वर्षीय एक युवती की बदायूं जिले के गाँव उलैया में शादी हुई है, उसका पति गैर प्रांत में नौकरी करता है, जहाँ वह पति के साथ ही रहती थी। वह चार महीने की बेटी के साथ पीलीभीत स्थित मायके आई थी और वहां से 23 नबंवर को बदायूं के लिए निकली थी। बरेली पहुंच कर बदायूं जाने वाली बस में बैठने के बाद से वह गायब बताई जा रही थी, इस घटना को कुछ मीडिया संस्थानों ने वाट्सएप पर वायरल हुए एक वीडियो से जोड़ दिया और सनसनीखेज अंदाज़ में खबर बना कर प्रचारित-प्रसारित कर दिया। तथ्यहीन खबर के माध्यम से पुलिस और सरकार को भी जमकर कोसा, जबकि वायरल वीडियो का उक्त विवाहिता से कोई संबंध ही नहीं है। फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि वायरल वीडियो पुराना है और उत्तर प्रदेश से बाहर का है।
उक्त प्रकरण में आज आईजी लोक शिकायत अशोक मुथा जैन का भी बयान आया, जिसमें उन्होंने कहा कि कथित पीड़ित को पुलिस ने पंजाब में विक्की नाम के लड़के के पास से सकुशल बरामद कर लिया है, साथ ही वाट्सएप पर वायरल हुआ वीडियो जाँच में फर्जी पाया गया है, वह वीडियो दक्षिण भारत में किसी स्थान का है।
उक्त प्रकरण के खुलासे को पुलिस की कई टीमें गठित की गईं, साथ ही पीलीभीत जिले के चौकी प्रभारी और एसओ के विरुद्ध कार्रवाई हो चुकी है, जबकि अफसरों को पहले दिन से पता था कि वायरल वीडियो से उक्त विवाहिता का संबंध नहीं है, इसके बावजूद अफवाह के आधार पर प्रचारित-प्रसारित की गई खबर के दबाव में पुलिस के अफसर भी आ गये।
वायरल वीडियो में बताई जा रही विवाहिता को पुलिस ने बरामद कर लिया है, जिसे लेकर पुलिस की टीम पीलीभीत के लिए रवाना हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उक्त महिला का नाम बबली है, जो प्रेमी गुरप्रीत उर्फ विक्की के साथ चंडीगढ़ के नजदीक गाँव जीरथपुर में किराये पर रह रही थी।
संबंधित खबर पढ़ने के क्लिक करें लिंक
पंजाब में प्रेमी के साथ मिली यौन शोषण की कथित पीड़ित
यौन शोषण की वारदात से यूपी सरकार को कर दिया बदनाम