उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह के बयान को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है, जिसका उन्होंने खंडन किया है। अधिकांश संस्थानों ने डीजीपी के इस बयान को हेडलाइन बनाया कि क्राइम समाज का अंग है, जो होता रहेगा, जबकि उन्होंने विस्तार पूर्वक अपनी बात रखी थी।
बयान को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे डीजीपी सुलखान सिंह ने खंडन किया है। उनका कहना है कि अपराध पूर्णतयः समाप्त तो नहीं हो सकता, परंतु समस्त आपराधिक घटनाओं का खुलासा होगा और अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी, इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि घटनाओं का खुलासा कर और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई कर जनता को भयमुक्त किया जायेगा, लेकिन अधिकांश संस्थानों ने अपराध रोकने में असमर्थ होने जैसा शीर्षक बनाया, जिससे जनता के बीच गलत संदेश चला गया।
अलीगढ़ में पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में डीजीपी ने कहा था कि समाज में क्राइम होता है और आगे भी होता रहेगा। पूरी तरह से क्राइम खत्म करना संभव नहीं है, पर प्रदेश में पुलिस को लगातार हाईटेक बनाया जा रहा है, खास तौर पर साइबर क्राइम की विवेचना में हम तेजी ला रहे हैं। ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करवाने के प्रति लोगों में रुचि बढ़ी है, लेकिन इसकी संख्या अभी कम है। उन्होंने कहा कि सभी हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा व्यवस्था और पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।
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