बॉलीवुड फिल्म “लिपस्टिक अंडर माय बुर्का” को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट न देने पर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्म की निर्माता अलंकृता श्रीवास्तव ने सेंसर बोर्ड पर हमला बोला है, वहीं सोशल साइट्स पर हजारों लोग फिल्म के पक्ष में पोस्ट शेयर कर करते नजर आ रहे हैं।
फिल्म “लिपस्टिक अंडर माय बुर्का” की निर्माता अलंकृता श्रीवास्तव का कहना है कि सेंसर बोर्ड का निर्णय जनता की बुद्धिमता का अपमान है। सर्टिफिकेट ना देने का एक मात्र कारण यह बताया गया कि इसकी कहानी महिलाओं पर आधारित है, जिसमें सामान्य जीवन से कहीं ज्यादा आगे की सोच दिखाई गई है, ऐसे दृश्य हैं, जो विवाद खड़ा कर सकते हैं, साथ ही फिल्म में गालियां, ऑडियो पॉर्नोग्राफी और समाज के कुछ ऐसे हिस्सों को छुआ गया है, जो अत्यंत संवेदनशील हैं।
अलंकृता श्रीवास्तव ने कहा कि सेंसर बोर्ड आइटम नंबर को तो बहुत जल्दी स्वीकृति दे देता है, क्योंकि वह लोगों का मनोरंजन करते हैं, क्या तब उन्हें उसमें महिला नहीं दिखती? क्या इस पुरुष प्रधान समाज को महिलाओं पर आधारित फिल्म दिखा कर उनका मनोबल नहीं बढ़ाना चाहिए?, वहीं सोशल साइट्स पर इस फिल्म के पक्ष में हजारों लोग पोस्ट शेयर करते नजर आ रहे हैं। यूजर्स रानी पद्मावती पर बन रही फिल्म का उदाहरण देकर सेंसर बोर्ड को निशाना बना रहे हैं।
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