बदायूं जिले में कानून व्यवस्था हाल-फिलहाल नहीं सुधरने वाली, क्योंकि तेजतर्रार और गंभीर इंस्पेक्टर नहीं हैं। काम चलाने के लिए जिन्हें प्रभारी बना रखा है, उनमें से भी कईयों का तबादला रेंज के बाहर हो चुका है। तबादला आदेश आने के बाद पद पर बने रहने वाले अफसर की कार्यप्रणाली में बदलाव आना स्वाभाविक ही है, ऐसे क्षेत्रों में लापरवाही और भ्रष्टाचार की शिकायतें बढ़ जाती हैं।
बदायूं में इंस्पेक्टर नहीं है, इसलिए वेदप्रकाश गुप्ता जैसे चर्चित सब-इंस्पेक्टर को भी थाना प्रभारी बना दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि व्यवस्था दुरुस्त करने के उद्देश्य से तेजतर्रार एडीजी द्वारा वेदप्रकाश गुप्ता, वजीरगंज के एसओ गौरव सिंह और सदर कोतवाल भारत सिंह गौतम का तबादला मुरादाबाद रेंज के लिए कर दिया गया है। सभी का तबादला आदेश पहुंच गया है, लेकिन इंस्पेक्टर न होने के कारण रिलीव करने की स्थिति नहीं है। बदायूं में जो अफसर आने हैं, उन्होंने अभी आमद नहीं कराई है। एक इंस्पेक्टर रघुराज सिंह आ गये हैं, जिन्हें एसएसपी ने थाना इस्लामनगर का प्रभारी नियुक्त कर दिया है, वहां तैनात चरन सिंह को इस्लामनगर में ही एसएसआई बना दिया है, जो समझ से परे है।
सवाल उघैती के थाना प्रभारी वेदप्रकाश गुप्ता, वजीरगंज के एसओ गौरव सिंह और सदर कोतवाल भारत सिंह गौतम को लेकर है, क्योंकि पिछले दिनों लोकेन्द्र पाल सिंह तबादला होने के बावजूद लंबे समय तक कोतवाल बने रहे, जिससे वे निरंकुश हो गये और जमकर तांडव करने लगे, ऐसी अवस्था में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की ही संभावना बढ़ जाती है। तबादला होने के बाद अफसर का स्वतः मेहनत करने का मन नहीं करता, विभागीय व राजनैतिक दबाव भी कम हो जाता है, जिसका दुष्परिणाम आम जनता को झेलना पड़ता है। कानून व्यवस्था को लेकर बदायूं पहले से बदनाम चल रहा है, इसलिए तबादला हो चुके प्रभारियों को शीघ्र ही मुक्त करना होगा, वरना स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं)
संबंधित खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक
पांच थाना प्रभारियों को हटाया, चौकी भी न संभाल पाये वेदप्रकाश को मिला थाना