बदायूं शहर के कुख्यात शराब व भू-माफिया ज्योति मेंदीरत्ता के दबाव में प्रशासन कार्रवाई करने को तैयार नहीं है, जबकि जाँच में सिद्ध हो चुका है कि प्रतिष्ठित डिग्री कॉलेज एन. एम. एन. दास की भूमि नियम विरुद्ध बेची गई है। जांच अधिकारी कई माह पूर्व कार्रवाई की संस्तुति भी कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि दास कॉलेज के अध्यक्ष ज्ञान स्वरूप वैश्य कुख्यात शराब व भू-माफिया ज्योति मेंदीरत्ता के प्रलोभन में फंस गये, जिससे पांच करोड़ से भी ज्यादा कीमत की कॉलेज की जमीन मात्र एक करोड़ पैंतीस लाख रूपये में ज्योति को बेच दी। बैनामे में कॉलेज के प्राचार्य वीके शर्मा गवाह बने हैं।
उक्त घोटाले की जाँच क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने की, तो जाँच में कॉलेज अध्यक्ष ज्ञान स्वरूप वैश्य दोषी पाये गये। जाँच अधिकारी डॉ. अलबेले सिंह ने 31 जनवरी 2015 को उच्च शिक्षा विभाग- उत्तर प्रदेश के शिक्षा निदेशक को पत्र लिख कर प्रबंध समिति भंग करने की संस्तुति की, साथ ही 6 जून 2015 को उन्होंने उपनिबंधक- बदायूं को पत्र लिख कर बैनामा निरस्त करने की संस्तुति की, लेकिन भू-माफिया ज्योति मेंदीरत्ता और कॉलेज के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश वैश्य के दबाव में प्रशासन अग्रिम कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
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