बदायूं के अफसर चुनावी वर्ष में जमकर मनमानी करने लगे हैं, जिससे सरकार की छवि खराब हो सकती है। तहसील दिवस में आज एक अधिवक्ता का प्रार्थना पत्र ही नहीं लिया। अधिवक्ता सुधीर कश्यप का कहना है कि वे उच्चाधिकारियों से शिकायत करेंगे। उन्होंने बताया कि बदायूं की सदर तहसील में उन्होंने एडीएम (वित्त) को प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें कलेक्ट्रेट के एक कर्मचारी की शिकायत थी, जिसे पढ़ कर उन्होंने कह दिया कि वे शिकायती पत्र नहीं लेंगे।
इस प्रकरण से पहले मंगलवार को तहसील सदर में आयोजित तहसील दिवस में जिलाधिकारी सीपी त्रिपाठी, एसएसपी सुनील सक्सेना तथा एडीएम (प्रशासन) अशोक कुमार श्रीवास्तव, एडीएम (वित्त) राजेन्द्र प्रसाद यादव, एसपी (आरए) संजय राय ने संयुक्त रूप से जन शिकायतों को सुना। यहां कुल 62 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें 10 शिकायतों को मौके पर निस्तारण कराया गया।
तहसील दिवस में प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण में तहसील सदर का प्रदेश में प्रथम स्थान होने पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए तहसील प्रशासन को बधाई दी। ग्राम थल्लिया नगला के अहमद मियां ने शिकायत की कि गांव में पांच हैण्ड पम्प लम्बे समय से खराब हैं, लेकिन उनको अभी तक ठीक नहीं कराया गया है। जिलाधिकारी ने सम्बंधित बीडीओ को निर्देश दिए कि तत्काल ठीक कराने हेतु कार्रवाई अमल में लाई जाए। ग्राम पंचायत बाबट के मकरन्द सिंह ने शिकायत की कि उनके कोटेदार की दुकान निरस्त कर छह किलोमीटर दूर सम्बद्ध कर दी गई है। डीएम ने दुकान का नया प्रस्ताव कराकर कोटेदार का चयन करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर एसडीएम सदर जंग बहादुर सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे। यहाँ यह भी बता दें कि पहले तहसील दिवस में शिकायतें रजिस्टर्ड होती थीं, जिसके बाद पीड़ित अंदर जाते थे, लेकिन अब सदर क्षेत्र में वही शिकायतें दर्ज की जाती हैं, जिन पर अफसर आदेश करते हैं, इसीलिए सदर क्षेत्र शिकायतों के निस्तारण में आगे है।