थाने के अंदर हुए किशोरी के सामूहिक यौन शोषण के प्रकरण में आज एक आरोपी सिपाही के चाचा दरोगा सोवरन सिंह यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया है एवं 31 दिसंबर की रात्रि के प्रभारी दरोगा हिमांशु शुक्ला व मुंशी उदयवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि सोवरन सिंह यादव एक आरोपी सिपाही का सगा चाचा है और थाना मूसाझाग में ही तैनात था, इस पर पीड़ित पक्ष ने डराने-धमकाने का आरोप लगाया था, साथ ही थाना परिसर में हुई घटना के दिन हिमांशु शुक्ला रात्रि अफसर थे एवं दोनों सिपाही खुलेआम तांडव कर रहे थे, लेकिन मुंशी उदयवीर सिंह ने जीडी में उनकी रवानगी व आमद दर्ज की। यह भी बता दें कि दोनों आरोपी सिपाही बरेली जिले के ही रहने वाले हैं और दोनों के गाँव आसपास ही हैं। सिपाही अवनीश यादव अलीगंज थाना क्षेत्र के गाँव राजपुर गौंटिया और सिपाही वीरपाल यादव सिरौली थाना क्षेत्र के गाँव गुड़गाँव का रहने वाला है।
उधर पीड़ित किशोरी इस वक्त महिला अस्पताल में है। उसके अल्ट्रा साउंड व एक्स-रे आदि किये जा रहे हैं। शाम तक मेडिकल परीक्षण के आधार पर उसकी उम्र का खुलासा किया जा सकता है। दूसरी ओर आज राज्य महिला आयोग की टीम भी आ सकती है।
उल्लेखनीय है कि बदायूं जिले में स्थित मूसाझाग थाना क्षेत्र के गाँव प्रहलादपुर निवासी एक महिला ने 1 जनवरी को एसएसपी को प्रार्थना देकर कहा था कि 31 दिसंबर को उसके पति आँखों का इलाज कराने बरेली गये हुए थे और वह बेटी के साथ घर पर थी। मूसाझाग थाने में तैनात सिपाही अवनीश यादव व वीरपाल यादव सिरसा गाँव की ओर से कार से आये और शौच को गई उसकी 14 वर्षीय बेटी को उठा ले गये, लेकिन बाद में उसका यौन शोषण कर छोड़ गये। महिला का आरोप है कि सिपाहियों ने उसकी बेटी के साथ थाने में दुष्कर्म किया। इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज हो चुका है एवं दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
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