तिरंगा यात्रा के द्वारा सुशासन लाने का दावा कर रहे भाजपाई खुद ही सड़क पर गुंडई करते नजर आ रहे हैं, जिस पर रोक लगाने की जगह पुलिस भी भाजपाईयों के साथ गुंडई करती नजर आ रही है। आज एक किशोर को सड़क पर गिरा कर पहले भाजपाईयों ने पीटा, उसके बाद चौकी में दारोगा ने लात-घूंसों से किशोर की ही बेरहमी से पिटाई लगाई, जिससे प्रत्यक्षदर्शी भी त्राहि-त्राहि कर उठे।
घटना बदायूं जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित जवाहरपुरी पुलिस चौकी के पास की है। बताते हैं कि बरेली हाईवे पर भाजपाई तिरंगा यात्रा के नाम पर हुड़दंग करते हुए गुजर रहे थे, तभी यात्रा में सम्मलित एक बाइक सवार किसी तरह गिर गया, वह बराबर से स्कूटी से गुजर रहे एक किशोर पर गिराने का आरोप लगाने लगा, इस पर भाजपाईयों ने सड़क पर गिरा कर किशोर की पिटाई लगानी शुरू कर दी।
रोता-विलखता किशोर चीख-चीख कर छोड़ने की गुहार लगाता रहा, लेकिन भीड़ ने उसे नहीं छोड़ा, इसके बाद उसे भीड़ जवाहरपुरी पुलिस चौकी ले आई, जहां दारोगा जितेन्द्र यादव ने घटना को समझे बिना किशोर को ही पैरों में दबोच लिया और लात-घूंसों से किशोर की पिटाई लगानी शुरू कर दी। किशोर दारोगा के सामने भी न पीटने की गुहार लगाता रहा, लेकिन खाकी के नशे में चूर दारोगा ने किशोर की बात तक नहीं सुनी, इस घटना क्रम को देख रहे लोग त्राहि-त्राहि कर उठे।
सवाल यह उठता है कि कानून हाथ में लेने वाले भाजपाईयों पर दारोगा ने कार्रवाई क्यों नहीं की, साथ ही किशोर को खुद क्यों पीटा? सवाल यह भी उठता है कि अगर, किशोर ने कोई अपराध किया था, तो दारोगा ने बेरहमी से पीटने के बाद पुलिस चौकी से ही छोड़ क्यों दिया? जाहिर है कि खाकी की आड़ में दारोगा ने खुलेआम गुंडई की और मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ा दीं।
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