बदायूं जिले के हालात सुधरने वाले नहीं हैं। मुख्यतः पुलिस की भूमिका से सरकार की जमकर फजीहत हो रही है। सरकार भू-माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाने के निर्देश दे रही है, उन्हें चिन्हित कर एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज करने को कह रही है लेकिन, पुलिस भू-माफियाओं के गैंग का ही हिस्सा बनी नजर […]
बदायूं जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा को अपने ही पदाधिकारी के अपमान को लेकर थाने का घेराव करना पड़ा। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अनुज माहेश्वरी टीम के साथ थाने पहुंच गये तो, मुकदमा दर्ज कराने के बाद ही हटे। पीड़ित पदाधिकारी के साथ भाजयुमो के खड़े होने पर कार्यकर्ता खुश नजर आ रहे हैं। पढ़ें: […]
बदायूं जिले के थाना फैजगंज बेहटा के एसओ इन्द्रेश कुमार सिंह और पीड़िता के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत का एक और ऑडियो सामने आया है। धारा- 161 के अंतर्गत पीड़िता के बयान दर्ज हो गये हैं, उसने बयान नहीं बदले हैं लेकिन, विवेचक ने धारा फिर भी नहीं जोड़ी है, इस सब पर पीड़िता […]
एक तांत्रिक ने युवक का पहले अंडकोष निकाल लिया और वापस करने के बदले तांत्रिक अब दो बीघा जमीन मांग रहा है। पीड़ित की शिकायत पर एसपी ने एसओ को कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं। प्रकरण चर्चा का विषय बना हुआ है। घटना जिला कन्नौज की है, यहाँ आयोजित किये गये संपूर्ण समाधान […]
बदायूं लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेन्द्र यादव के संज्ञान में किसी का दुःख और पीड़ा आ जाये तो, उनके लिए रात-दिन के मायने समाप्त हो जाते हैं। कोई किसी का दुःख-दर्द ले तो नहीं सकता लेकिन, दुःख-दर्द में किसी का साथ होना बड़ा आत्मबल प्रदान करता है। सांसद देर रात पीड़ितों से […]
बदायूं जिले में यौन उत्पीड़न की वारदातें कम नहीं हो पा रही हैं। युवक बहन के घर गया था, इस बीच उसकी पत्नी को दबोच लिया, जिसके साथ न सिर्फ अश्लील बातें कीं बल्कि, उसका यौन उत्पीड़न भी किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है। थाना उसावां […]
आसाराम कांड को लेकर पुलिस-प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। यौन उत्पीड़न के प्रकरण में जोधपुर की विशेष अदालत आगामी 25 अप्रैल को फैसला सुनायेगी, जिसको लेकर शाहजहांपुर में पीड़िता के घर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है, साथ ही पत्रकार नरेंद्र यादव को भी सुरक्षा दी जा सकती है। शाहजहाँपुर स्थित पीड़िता […]
वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना के उद्देश्य से गहन मंथन के बाद दो वर्ष ग्यारह माह और अठारह दिन में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़े लिखित संविधान की रचना की गयी, जिसे 26 जनवरी 1950 को देश में विधिवत लागू कर दिया गया। संविधान का मूल स्वरूप वास्तव में उत्तम ही है, क्योंकि संविधान की […]