उतावलेपन-अपरिपक्वता से परिपक्वता-गंभीरता नहीं हार सकती
दुःख-दर्द की अनुभूति व्यक्ति को स्वतः होती है। अगर, व्यक्ति को दुःख और दर्द है, तो किसी और के कहने भर से उसके दुःख-दर्द का नाश नहीं होगा और अगर, दुःख-दर्द नहीं है, तो किसी और के कहने से दुःख-दर्द की अनुभूति भी नहीं हो सकती। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी […]