लोकप्रियता, उन्हें देर से मिली लेकिन, जब मिली तो, जबरदस्त मिली: सोनरूपा
मेरा मरना तो कोई बात नहीं आपकी आरजू न मर जाये मेरे घर से करीब 24 किलोमीटर पर ही रिहाइश थी उनकी। कस्बा बिसौली लेकिन, उनसे मुलाकात केवल तीन या, चार बार हुई, वो भी नशिस्तों में या, चंदौसी के एक या, दो मुशायरों में। मेरा पारिवारिक परिवेश ऐसा है या, मेरी भी रुचि ऐसी […]