बदायूं जिले के प्रभारी मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम समन्वय एवं सेवायोजन विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ देर पहले सोत नदी एवं जिला अस्पताल में छापा मारा, तो हड़कंप मच गया। स्वामी प्रसाद मौर्य अव्यवस्थाओं को देख कर भड़क गये, उन्होंने डीएम को निर्देश दिए कि सीएमएस और सर्जन के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करें।
स्वामी प्रसाद मौर्य बुधवार को बदायूं पहुंच गये थे, उन्होंने पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम किया और सुबह को करीब 10: 00 बजे पहले सोत नदी पर पहुंचे, जहां विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने तहसील और जिला प्रशासन की मदद से नदी कब्जाने के बारे में बताया, इसके बाद उन्होंने जिला अस्पताल में छापा मारा। कैंपस में इधर-उधर खड़े वाहनों को देखते ही उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने कोतवाली पुलिस को वाहन सीज करने के निर्देश दिए, वे वार्डों में पहुंचे, तो मरीजों और तीमारदारों ने शिकायतें कीं एवं दवा बाहर से खरीदवाने का प्रकरण सामने आया, तो उन्होंने साथ में मौजूद जिलाधिकारी अनीता श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि सीएमएस प्रवीणा माहेश्वरी और सर्जन आरएस यादव के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करें। स्वामी प्रसाद मौर्य के छापे के दौरान अस्पताल के कर्मचारियों और अफसरों में हड़कंप मचा रहा।
जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को सही करने का निर्देश देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य विकास भवन चले गये, जहां बैठक की अध्यक्षता करते हुए वे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे, साथ ही अपरान्ह 1: 30 बजे प्रेसवार्ता करेंगे। छापे के दौरान उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश कुमार शाक्य, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और शेखूपुर क्षेत्र के विधायक धर्मेन्द्र कुमार शाक्य “पप्पू” मौजूद रहे।
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