समाजवाद को तार-तार कर देने के साथ लोकतंत्र की जड़ें हिला देने वाली घटना सामने आई है। यौन शोषण की शिकार किशोरी दो दिन से न्याय की उम्मीद लगाये बैठी थी, लेकिन पंचायत ने निर्णय दिया कि जो हुआ, सो हुआ, अब भविष्य में दरिंदा किशोरी से दूर रहेगा, इस निर्णय के बाद पीड़ित किशोरी ने जंगल में जाकर आत्म हत्या कर ली।
जी हाँ, यह हृदय विदारक वारदात बदायूं जिले के थाना जरीफनगर क्षेत्र में स्थित गाँव शादीपुर में घटित हुई है। बताया जाता है कि 26 मई को एक दरिंदे ने एक किशोरी का यौन शोषण किया। किशोरी की चीखें सुन कर लोग दौड़ पड़े, तो दरिंदा छोड़ कर भाग गया। घटना के बाद पंचायत हुई, तो 26 मई को कोई निर्णय नहीं हो सका।
बताया जाता है कि 27 मई को गाँव में पुनः पंचायत हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जो हुआ, सो हुआ, भविष्य में आरोपी दरिंदा पीड़ित किशोरी से कुछ नहीं कहेगा, इस निर्णय से व्यथित होकर पीड़ित किशोरी ने आज जंगल में जाकर आत्म हत्या कर ली।
किशोरी की आत्म हत्या के बाद दरिंदे के विरुद्ध यौन शोषण और आत्म हत्या को उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। घटना समूचे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। मृतका के घर कोहराम मचा हुआ है।