दिल्ली में गजेन्द्र सिंह द्वारा की गई आत्महत्या का हृदय विदारक दृश्य लोगों के दिमाग से अभी तक निकला नहीं है, ठीक वैसा ही दृश्य आज नजर आया। पेड़ पर फांसी लगाने को तत्पर ग्रामीण के आक्रोश ने प्रशासनिक अफसरों की धड़कनें रोक दीं। ग्रामीण बमुश्किल पेड़ से नीचे उतरा, तब अफसरों को राहत मिली। घटना के समय बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये, जिससे घटना चर्चा का विषय बन गई है।
घटना बदायूं जिले की तहसील बिसौली की है। बताया जाता है कि संभल जिले के थाना धनारी क्षेत्र में स्थित गाँव भागनगर के अमर सिंह यादव की बदायूं जिले के थाना इस्लामनगर क्षेत्र में स्थित गाँव अलीनगर में ससुराल है। अमर सिंह यादव का ससुराल पक्ष से जमीनी विवाद चल रहा है, जिसकी सुनवाई तहसीलदार के न्यायालय में चल रही थी।
उक्त प्रकरण में आज न्यायालय द्वारा निर्णय सुनाया गया, जो अमर सिंह यादव के विरुद्ध था। बताते हैं कि निर्णय सुनते ही अमर सिंह यादव न्यायालय के पास में स्थित पेड़ पर चढ़ गया और तहसीलदार पर पक्षपात का आरोप लगा कर कार्रवाई करने की मांग करने लगा।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अफसरों के हाथ-पांव फूल गये। घटना की सूचना तहसील परिसर के साथ शहर में भी फैल गई, तो लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। सीओ राजवीर सिंह पेड़ से नीचे उतरने की अमर सिंह यादव से लगातार मिन्नतें करते रहे, लेकिन अमर सिंह यादव पेड़ से नीचे उतरने को तैयार नहीं था, उसने पेड़ पर फंदा भी डाल लिया। कोई उसके जाने का प्रयास करता, तो वह लटकने को तैयार हो जाता, जिससे अफसरों की धड़कनें रुक गईं। अमर सिंह यादव दोपहर लगभग 3 बजे पेड़ पर चढ़ा था। सूचना के बाद जिला मुख्यालय से बिसौली पहुंचे अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अशोक कुमार श्रीवास्तव ने अमर सिंह यादव को न्याय के आश्वासन दिया, तो वह करीब 5 बजे पेड़ से नीचे उतर आया, लेकिन अभी तक वह पुलिस के घेरे में तहसील परिसर में ही है।
बताया जाता है कि अमर सिंह यादव की पत्नी सर्वेश देवी ने अपने ताऊ नेक्से पुत्र चूरी से तीन बीघा जमीन खरीदी थी, जिसे दाखिल खारिज कराने का सर्वेश देवी ने प्रार्थना पत्र दिया, तो अमर सिंह यादव के ससुर रामपाल पुत्र चूरी ने आपत्ति कर दी। तहसीलदार ने आज अमर सिंह यादव के ससुर के पक्ष में निर्णय सुनाया, तो अमर सिंह यादव आक्रोशित हो उठा।
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