बदायूं में पीड़ित पत्रकार शाजेब खान का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए आज तमाम पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञान दिया, साथ ही जिलाधिकारी से भी मिले, वहीं आरोपी व दबंग पालिकाध्यक्ष नूरुद्दीन ने आज प्रेस वार्ता के नाम पर एक लग्जरी होटल में पत्रकारों को दावत देकर पीड़ित पत्रकार पर मनगढ़ंत आरोप लगाये।
उल्लेखनीय है कि बदायूं जिले में स्थित कस्बा सहसवान के नगर पालिका अध्यक्ष नूरुद्दीन ने जिला अस्पताल में कवरेज के दौरान पत्रकार शाजेब खान को गालियाँ देते हुए धमकाया था, जिसकी लिखित और मौखिक जानकारी शाजेब ने पुलिस अफसरों को देते हुए सुरक्षा दिलाने व मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने शाजेब के प्रार्थना पत्र पर ध्यान तक नहीं दिया, जिससे दबंग पालिकाध्यक्ष का मनोबल और बढ़ गया। दहशत में पीड़ित पत्रकार घर तक नहीं जा पा रहा है, लेकिन पुलिस उसकी मदद करने को तैयार नहीं है, जिससे शाजेब ने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का निर्णय ले लिया। तमाम पत्रकारों के साथ शाजेब मालवीय आवास गृह पर तीन दिन से धरने पर है, पर पुलिस व प्रशासन की ओर से कोई वरिष्ठ अफसर उसे न्याय का भरोसा देने तक नहीं पहुंचा है। आज शाजेब के पक्ष में कई पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञान सौंपा, साथ ही जिलाधिकारी से मिल कर शाजेब का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की, इस अवसर पर मो. नईम, शाहिद अली, फूल खान, अबरार खान, आशु बंसल, संजय सिंह गौर, अमित अग्रवाल, विजय श्रीवास्तव और शाह आलम सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।
उधर आज मुख्यालय पर स्थित एक लग्जरी होटल में आरोपी व दबंग पालिकाध्यक्ष नूरुद्दीन ने प्रेस वार्ता के नाम पर पत्रकारों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की, जिसमें खाने-पीने वाले तमाम पत्रकार मौजूद रहे। इस अवसर पर नूरुद्दीन ने पीड़ित पत्रकार पर कई मनगढ़ंत आरोप भी लगाये। चर्चा यह भी है कि आरोपी ने कुछ पत्रकारों को रूपये भी दिए हैं, ताकि शाजेब का साथ न दें और खबरें भी प्रकाशित न हों। अब ध्यान देने की विशेष बात यह रहेगी कि नूरुद्दीन के नमक का कर्ज कौन-कौन उतारेगा?
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