एक बड़े आदमी को जीव-जन्तुओं से बहुत प्रेम था, उसने कई तरह के जीवों को अपने घर में पाल रखा था। एक दिन किसी ने सलाह दी कि आपके पास कई तरह के जीव हैं, लेकिन चूहा नहीं है, तो बड़े आदमी ने एक चूहा भी पाल लिया।
चूहा थोड़ा बुद्धिमान भी था, सो वह तमाम तरह के करतब दिखाता रहता, इससे बड़ा आदमी बहुत प्रभावित हुआ और बाकी सभी जीवों से ज्यादा चूहे को प्रेम करने लगा। बड़ा आदमी जब भी बाहर जाता, तो चूहे को पीने के लिए एक कटोरी में पानी रखता, दूसरी कटोरी में अनाज रखता, तीसरी कटोरी में मेवा-मिष्ठान रख कर जाता। बड़ा आदमी सप्ताह-दो सप्ताह बाद लौट के आता, तो घर के अंदर सभी कपड़े कुतरे हुए मिलते। बड़ा आदमी पूछता, तो चूहा अन्य जीव-जन्तुओं का नाम ले देता। बड़ा आदमी चूहे से कुछ न कहता और अन्य जीव-जन्तुओं को प्रताड़ित करता, लेकिन कपड़े कुतरने बंद नहीं हुए, इस पर बड़े आदमी को एक व्यक्ति ने सलाह दी कि घर में चुपचाप सीसीटीवी कैमरे लगवा दो, इससे कपड़े कुतरने वाला पकड़ में आ जायेगा।
सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद बड़ा आदमी बाहर गया और कुछ दिन बाद लौटने पर उसने कैमरा देखा, तो जिस चूहे के खाने-पीने का वह अपने हाथों से इंतजाम कर के जाता था, वही चूहा उसके बेशकीमती कपड़े कुतर रहा था, यह देख कर बड़े आदमी को गहरा आघात लगा। चूहा समझ गया कि उसकी पोल खुल गई है, सो बिल में घुस गया, लेकिन बड़ा आदमी चूहे को माफ करने को तैयार नहीं था, उसने चूहे को सबक सिखाने के लिए एक बिल्ली भी पाल ली। बिल्ली पालते ही चूहा शोषण की बात करने लगा। हत्या की आशंका जताने लगा। खरगोश पर सुपारी देने का आरोप लगाने लगा, लेकिन जाँच में पता चला कि खरगोश से चूहे का कोई मतलब ही नहीं रहा है। शुद्ध घास खाने वाले प्राणी खरगोश पर चूहे का आरोप सिद्ध ही नहीं हुआ, क्योंकि सुपारी देने का चूहा कोई कारण नहीं बता सका, लेकिन जांच से यह पता चला कि यही चूहा पहले एक और बड़े आदमी ने पाला था। कपड़े कुतर-कुतर कर चूहा उस मालिक को घर से भगा चुका था, उसी तरह चूहा इस मालिक को भी बंगले से बाहर निकालना चाहता था, पर इस बार मालिक सीधा-सच्चा था, उसके हजारों वफादार थे, उन्होंने चूहे के षड्यंत्र को सफल नहीं होने दिया। कहानी अभी खत्म नहीं हुई है, क्योंकि बिल के बाहर बिल्ली जमी बैठी है और चूहा बिल के अंदर है। चूहा बिल्ली के हाथों मरेगा, या बिल में ही दम तोड़ देगा, इस पर बाकी सभी जीव-जन्तुओं की नजर जमी हुई है।
शिक्षा: कहानी का अंत जो भी हो, पर इतनी कहानी से ही यह शिक्षा मिलती है कि कभी किसी के विश्वास को नहीं तोड़ना चाहिए।