आदित्यनाथ योगी के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद से महिलाओं में शक्ति का संचार हो गया है, उनका साहस बढ़ गया है। दलित, पिछड़े और गरीब वर्ग की महिलायें भी खुल कर मोर्चा खोले हुए नजर आ रही हैं। हाल-फिलहाल शराब बंदी के मुद्दे पर प्रदेश भर में महिलाओं ने आवाज बुलंद कर रखी है।
उत्तर प्रदेश की चारों दिशाओं में शराब के ठेके बंद कराने और हटाने को लेकर आंदोलन चल रहे हैं। मोर्चा बन्दी महिलायें ज्यादा करती नजर आ रही हैं। पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक महिलायें आवाज बुलंद किये हुए हैं। रविवार को बदायूं में महिलाओं ने मोहल्ला कबूलपुरा की दुकान हटाने के लिए लाठियां उठा लीं। बदायूं में सोमवार को भी विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किये गये, लेकिन बरेली जिले में तो महिलाओं ने लाठियों से दुकान पर आक्रमण ही कर दिया।
बरेली जिले के थाना भुता क्षेत्र में स्थित गाँव केसरपुर में शराब की दुकान बंद कराने को लेकर महिलायें आक्रामक हो उठीं। तमाम महिलायें लाठी-डंडों के साथ प्रदर्शन करती हुई शराब की दुकान पर चढ़ गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन महिलाओं पर कोई असर नहीं हुआ। कई सारी महिलाओं ने दुकान के शटर पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं, जिससे सेल्समेन भयभीत हो उठा, उसे किसी तरह बचाया जा सका।
बस्ती में शराब की दुकानों के चलते माहौल खराब रहता है, जिससे सर्वाधिक समस्या महिलाओं को ही होती है, सो शराब माफियाओं के ऊपर से सरकारी संरक्षण हटते ही महिलाओं का साहस बढ़ गया है, तभी जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे हैं, जो स्थाई निदान होने से पहले थमने वाले भी नहीं हैं।
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बरेली जिले के थाना भुता क्षेत्र में स्थित गाँव केसरपुर में शराब की दुकान पर लाठियां बरसाती महिलायें