बदायूं जिले के थाना सिविल लाइंस में तैनात ईमानदारी की मिसाल कायम कर चुके तेजतर्रार थानाध्यक्ष अजय कुमार यादव ने जिला छोड़ने से पहले अपने तबादले की सुपारी लेने वाले सपा नेता को नंगा कर दिया। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर नाम लिखे बिना एक सपा नेता की न सिर्फ पोल खोल दी, बल्कि एक अन्य पोस्ट में यूजर्स को नाम भी सुझा दिया, जिससे पूरे शहर में सपा नेता की फजीहत हो रही है।
सूत्रों का कहना है कि बदायूं जिले के समाजवादी पार्टी के एक प्रभावशाली नेता से एक मुकदमे में अभियुक्त विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार ने संपर्क किया। सूत्र के अनुसार सपा नेता ने विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार को बचाने के लिए मोटी रकम ली, जिससे सपा नेता ने डीआईजी से बरेली जिले के लिए विवेचना स्थानांतरित कराई, लेकिन बवाल होने पर विवेचना पुनः बदायूं आ गई, इससे सपा नेता अजय कुमार यादव से चिढ़ गया। सूत्र का कहना है कि अब उसी सपा नेता के दबाव में अजय कुमार यादव का तबादला बरेली जिले के लिए किया गया है।
अजय कुमार यादव ने बीती रात कार्यभार छोड़ दिया, उनकी जगह अशोक कुमार सिंह को थानाध्यक्ष बनाया गया है। अजय कुमार यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि “गौकशी को रोकना उत्तर प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसके लिए कड़े क़ानून भी बनाए हैं, परन्तु बदायूँ जनपद के एक माननीय खुल्लम खुल्ला गौवंशीय पशुओं का कटान करने वालों के सरमाएदार हैं! रोक सके तो रोक लो।”
उन्होंने एक और पोस्ट शेयर की है, जिसमें लिखा है कि “बिलारी की spelling Bilari है न कि बेलरी”, इस पोस्ट के संबंध में कहा जा रहा है कि उन्होंने उक्त सपा नेता का नाम सुझाया है। अधिकांश लोग समझ गये हैं, जिससे उक्त सपा नेता की शहर में बड़ी फजीहत हो रही है। उन्होंने एक अन्य पोस्ट को शेयर कर जातिवाद को असली आतंकवाद की संज्ञा दी है।
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