उत्तर प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल लगातार उठते रहे हैं। बदमाशों द्वारा कहीं ट्रेन निशाना बना ली जाती है, तो कहीं शोरूम को लूट लिया जाता है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि अब सत्ता पक्ष के नेता भी अपराधियों के निशाने पर आ गये हैं। पूर्व राज्यमंत्री व एमएलसी बनवारी सिंह यादव से पांच करोड़ की रकम मांगी गई है। भनक लगते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है, लेकिन अभी तक रकम मांगने वाले पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
मुलायम सिंह यादव की सरकार में मिनी मुख्यमंत्री के रूप में पहचान बनाने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, लंबे समय से बदायूं के सपा जिलाध्यक्ष, एमएलसी व पूर्व राज्यमंत्री बनवारी सिंह यादव के बारे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि उनके मोबाइल पर मैसेज कर उनसे पांच करोड़ की बड़ी रकम मांगी गई है। मैसेज भेजने वाले ने चेतावनी के साथ 19 फरवरी तक रकम एटा जिले में मंगाई है। बनवारी सिंह यादव ने रकम मांगने संबंधी जानकारी पुलिस को दी, तो ऊपर तक हड़कंप मच गया।
सूत्रों का कहना है कि एसएसपी सौमित्र यादव ने मैसेज भेजने वाले की पहचान करने और उसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम को लगा दिया है, लेकिन अभी तक यह खुलासा नहीं हो सका है कि यह सब कारनामा किस का है। इस प्रकरण में अभी तक कोई मुकदमा भी दर्ज नहीं कराया गया है।
खैर, सवाल यह उठता है कि ट्रेन सुरक्षित नहीं है, शोरूम सुरक्षित नहीं हैं और अब सपा के ही नेता सुरक्षित नहीं हैं, ऐसे में आम आदमी भयमुक्त कैसे रहे?