लखनऊ में समाजवादी पार्टी का शानदार रजत जयंती समारोह आयोजित किया गया, जिसमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मंच पर अखिलेश-शिवपाल को लेकर पहुंचे। अखिलेश और शिवपाल के हाथों में वहीं भेंट की हुई तलवारें थीं और लालू दोनों को आपस में मिलाने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि आज अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के पैर छुये, इस दौरान मंच पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, एच.डी. देवेगौड़ा, अजित सिंह, अभय चौटाला, शरद यादव और सांसद धर्मेन्द्र यादव उपस्थित रहे।
समारोह में अखिलेश यादव ने कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति का नाम लेते हुए कहा कि आप पहले तो मुझे तलवार दे देते हैं और फिर कहते हैं मैं इसे न चलाऊँ, यह कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत कर नेताओं ने पार्टी को यहाँ तक पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि आज कौन नहीं चाहता कि यूपी में फिर से सपा की सरकार बने। बोले- मैं कठिन परीक्षा देने की बात करता हूँ, जिसे परीक्षा लेनी है, ले लो।
उन्होंने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि लोगों को उनकी बात समझ आयेगी, लेकिन उनके मरने के बाद। मैं इसी बात को दूसरे रूप में कहता हूं कि लोगों को समझ में आयेगा, लेकिन सपा का नुकसान हो जाने के बाद। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का भविष्य है, जो चुनाव होने जा रहा है, वो भारत का भविष्य तय करेगा कि देश किस तरफ जायेगा। अखिलेश ने कहा कि केन्द्र की सत्ता में बैठी भाजपा ने लोगों में मतभेद पैदा किये हैं, भाजपा के लोगों ने दूरियां पैदा की हैं, उनका सत्ता का रास्ता वहीं से निकलता है। उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा को 70 से अधिक सांसद दिये, लेकिन राज्य को आदर्श गांव योजना से ज्यादा कुछ नहीं मिला।
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी को शिखर पर पहुँचाने वाले मुलायम सिंह यादव के योगदान का वर्णन किया। शिवपाल ने कहा कि वह नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते, साथ ही अखिलेश को संबोधित कर कहा कि उन्होंने पार्टी और सरकार के लिए बहुत कुछ किया है। बोले- कुछ लोगों को विरासत में मिल जाता है, लेकिन उन्होंने जो लिया है, मेहनत कर के लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ घुसपैठिए घुस गए हैं, उनसे सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि मैं एसपी कार्यकर्ताओं को बताना चाहता हूं कि जितना त्याग लेना चाहो ले लो, मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है। उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव खून मांगेंगे, तो मैं खून दे दूंगा।
महागठबंधन के प्रकरण पर पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा ने कहा कि हम अभी यहां रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं, फिलहाल गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। समारोह में शामिल होने आए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह स्थापना समारोह में शुभकामनाएं देने आए हैं। उन्होंने कहा कि यहां फिर हमारी सरकार बनेगी। एनडीटीवी इंडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रतिबंध लोकतंत्र पर हमला है, वहीं शरद यादव ने कहा कि हम लोगों को याद किया गया, इसलिए हम आए हैं।
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