भाजपा के घोषित प्रत्याशियों को लेकर हर क्षेत्र में मायूसी नजर आ रही है। कार्यकर्ताओं का लोकप्रिय प्रत्याशियों पर चुनाव लड़ने का दबाव है, जिससे अधिकांश क्षेत्रों में बगावत होने के आसार बढ़ रहे हैं। बात बदायूं विधान सभा क्षेत्र की करें, तो यहाँ भी बगावत के सुर जोर पकड़ने लगे हैं। घोषणा तो अभी नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल चुनाव मैदान में उतरेंगे।
रामसेवक सिंह पटेल के आवास पर समर्थकों का हुजूम उमड़ने लगा है, जिनके बीच चर्चा के बाद घोषणा की जायेगी, लेकिन सूत्रों का कहना है कि रामसेवक सिंह पटेल शिवसेना के नेताओं के संपर्क में हैं और वे शिवसेना से चुनाव लड़ सकते हैं। उत्तर प्रदेश में शिवसेना अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर चुकी है। कट्टरपंथी छवि के रामसेवक को शिवसेना टिकट दे सकती है और अगर, ऐसा हुआ, तो भाजपा को बड़ा नुकसान होगा।
टिकट की घोषणा के बाद पुराने भाजपाई यहाँ तक कहने लगे हैं कि लाठी रामसेवक के हिस्से में आती है और मलाई अन्य लोग खा जाते हैं। हाल-फिलहाल संशय की स्थिति बनी हुई है। शाम तक रामसेवक चुनाव में अपनी भूमिका को लेकर खुलासा कर सकते हैं। बदायूं विधान सभा क्षेत्र के लोग रामसेवक के बयान का बेसब्री से इंतजार करते नजर आ रहे हैं।
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