बदायूं-उझानी मार्ग पर स्थित बाला जी धाम में आयोजित की जा रही संगीतमय शिव कथा में बड़ी संख्या में श्रोता पहुंच रहे हैं। कछला स्थित गंगा घाट से कांवर भर कर ला रहे शिव भक्त भी बड़ी संख्या में रुक कर कथा श्रवण कर रहे हैं, जिससे यहाँ का संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया है।
पंडित दीपक शंखधार ने आज कहा कि प्राचीन कथाओं से मनुष्य को प्रेरणा लेनी चाहिए। कथाओं को जीवन में उतार कर सदमार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कठिन रास्ता तय कर कांवर लाने से पहले अपने पिता की सेवा करनी चाहिए। जीवनदाता पिता खुश होंगे, तब ही कांवर लाना सफल होगा, तभी जगत पिता प्रसन्न होंगे। उन्होंने कहा कि महिलायें शक्ति की पूजा करने से पूर्व सास को आदर देना सीखें। सास प्रसन्न होगी, तो जगत माँ स्वतः प्रसन्न हो जायेंगी।
श्री शंखधार ने कहा कि श्रीराम व माता सीता से प्रेरणा लेते हुए अधिकारों को भूल जाइए और कर्तव्य का निर्वहन कीजिये। जीवन में आनंद की वर्षा होने लगेगी। इस अवसर पर ओम नारायण उपाध्याय, विक्की उपाध्याय, अमन उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय, तनुज उपाध्याय सहित तमाम श्रोता उपस्थित रहे और कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।