बदायूं जिले की पुलिस महिलाओं को सुरक्षा देने में लगातार असमर्थ साबित हो रही है, इससे भी बड़ी चौंकाने वाली और दुखद बात यह है कि घटना के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं करती। यौन उत्पीड़न की जघन्य वारदात तेजतर्रार एसएसपी के संज्ञान में आई, तो उनके आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन घटना को अंजाम देने वाले पुलिस की गिरफ्त से अभी तक दूर ही हैं।
हृदय विदारक घटना सहसवान कोतवाली क्षेत्र में सोमवार की शाम को घटित हुई थी। बताते हैं कि दो बहनें रिश्तेदारी में जा रही थीं, तभी कुर्बानपुर और भीकमपुर के जंगल में उन्हें एक दर्जन दरिंदों ने दबोच लिया। बड़ी बहन को बंधक बना कर नाबालिग लड़की का बेरहमी से यौन उत्पीड़न किया। आत्मा तक कराह उठी, लेकिन बाजरे कीं फसल के बीच दोनों की चीख दब गईं, इससे भी बड़ी दुखद बात यह है कि कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
पीड़ित पक्ष तेजतर्रार एसएसपी सुनील कुमार सक्सेना से मिला, तो एसएसपी ने सहसवान कोतवाली पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया। पांच दरिंदों को नामजद करते हुए छः अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन पुलिस एक भी दरिंदे को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।